उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव इन दिनों सक्रिय नजर आ रही हैं। कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू के दौरान अपर्णा ने कहा था कि वह आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी से लड़ना चाहती हैं। अपर्णा यादव ने कुछ दिन पहले ही कैंट विधानसभा में अपने कुछ पोस्टर लगवाए थे जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी नजर आ रहे थे।
इसके बाद से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि मुलायम की छोटी बहू पिछली बार की तरह इस बार भी लखनऊ की कैंट विधानसभा से ही चुनाव लड़ेंगी। फिलहाल अपर्णा यादव की तरफ से अभी इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। हाल में ही लखनऊ कैंट पहुंची अपर्णा यादव से पूछा गया कि आने वाला विधानसभा चुनाव के लिए कितना महत्वपूर्ण है? इसके जवाब में अपर्णा यादव ने कहा था कि मेरे हिसाब से सभी चुनाव महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन राज्यों के विधानसभा चुनाव बहुत ही निर्णायक होते हैं।
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश एक राजनीतिक कढ़ाई है, यहां पर मसाले डालकर जो भी सरकार बनती है वही केंद्र की सरकार डिसाइड करती है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान परिवार में मची कलह पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि परिवार की बहू होने के नाते मैं इतना चाहती हूं कि सब एक होकर चुनाव लड़े।
इस दौरान उनसे यह पूछा गया कि अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ की सरकार में क्या अंतर आप देखती हैं? अपर्णा यादव ने इसके जवाब में हंसते हुए कहा था कि मैं कोई स्कूल की प्रिंसिपल नहीं हूं जो उन्हें मार्क्स दे दूं। मुलायम की छोटी बहू ने कोरोना काल में योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए कामों की सराहना भी की।
जानकारी के लिए बता दें कि अपर्णा यादव अक्सर ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करती नजर आती हैं। अपनी बातों को लेकर खुलकर बोलने वाली अपर्णा यादव ने वैक्सीन पर दिए गए अखिलेश यादव के बयान पर कहा था कोरोना वैक्सीन को किसी पॉलिटिकल पार्टी से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा था कि ऐसी बात बोलना भारत के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की बेज्जती करना है।