उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 17 अगस्त से शुरू हो गया है। सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्षी पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी और किसान बिल को लेकर धरना प्रदर्शन करने लगे थे। मानसून सत्र 24 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में योगी सरकार कई अहम बिल भी पास करा सकती है। सत्र के पहले दिन योगी आदित्यनाथ सदन में झपकी लेते दिखाई दिए ।

उनकी झपकी लेते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसी फोटो पर अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तंज कसते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि ये आरोप निराधार है कि ‘माननीय’ सदन में निद्रा में लीन थे। सच तो ये है कि वो इस चिंतन में लीन थे कि उनके समय में प्रदेश की जो दुर्दशा हुई है और उसके कारण जनता में जो असीमित आक्रोश है, उसका सामना कैसे किया जाए और अगले चुनाव में प्रत्याशी कहाँ से लाये जाएं।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि चुनाव लड़ाने के लिए भाजपा को प्रत्याशी भी नहीं मिलेंगे बाहर से लाने पड़ेंगे। @Ramniwasyadavsp ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि सदन में सोने लगते हैं… जगा दो तो सदन में ही रोने लगते हैं। अच्छा होगा कि यूपी की जनता भी ने राजनीतिक रूप से सुला ही दे। आराम की सख़्त जरूरत है।

कांग्रेस पार्टी के नेता शाहनवाज आलम ने भी योगी आदित्यनाथ की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि दम तोड़ता उत्तर प्रदेश, सदन में सोता मुख्यमंत्री। कांग्रेस पार्टी के नेता अजय कुमार लल्लू ने भी यह तस्वीरें अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर की हैं।

इमरान प्रतापगढ़ी ने योगी आदित्यनाथ के इस फोटो पर निशाना साधते हुए लिखा कि खबरदार… मुख्यमंत्री जी सो रहे हैं।

@vairaagini ट्विटर अकाउंट से हंसने वाली इमोजी के साथ लिखा गया कि आखिर कब तक देश का हिन्दू सोता रहेगा? पीयूष मिश्रा नाम के टि्वटर यूजर ने सीएम योगी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि सच में पूरा उत्तर प्रदेश ही सो रहा है।