उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र के दौरान अपना भाषण देते हुए विपक्षी दलों पर जमकर बरसते दिखे। उन्होंने गुंडागर्दी और अपराधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि जो भी माफिया को अपने साथ लेकर जाएगा उसको मालूम है कि फिर उसके पीछे-पीछे बुलडोजर भी घूमता हुआ जाएगा। सीएम योगी के बुलडोजर वाली नीति पर सपा अक्सर ही हमला बोलती है। एक इंटरव्यू के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि बुलडोजर की प्रथा चलाने वाले लोग याद रखें कि कुछ मकान उनके भी बनाए गए होंगे।
आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘पंचायत आज तक’ में पहुंचे सपा प्रमुख से जब सवाल किया गया कि बीजेपी का कहना है कि सपा सरकार से बेहतर कानून व्यवस्था हमारे सरकार में है। इस सवाल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के गुंडों ने पंचायत चुनाव के दौरान हमारी बहनों के कपड़े फाड़ दिए थे। इन्होंने हार के डर से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के घर गिरा दिए थे।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि, ‘अपने डीएम और एसपी लगाकर उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं के घर पर बुलडोजर चलवा दिए थे। यह बीजेपी की बुलडोजर वाली नई संस्कृति है।’ साथ ही सपा प्रमुख ने यह भी कहा था कि बीजेपी को याद रखना चाहिए कि उनके भी घर बने होंगे, जो कि गैर – कानूनी होंगे।
बीजेपी पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि एलडीए की एक लिस्ट बनी है, लेकिन उस बिल्डिंग को नहीं तोड़ा जा रहा है। योगी आदित्यनाथ के आवास के नक्शे पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था कि सका नक्शा ही नहीं है। वह पहले गेस्ट हाउस था और जो भी मुख्यमंत्री आया, उन्होंने अपना कमरा बना दिया। इसके साथ उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री चूंकि सरकार में हैं तो हो सकता है कि उन्होंने झूठा ही नक्शा बात करवा लिया हो।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में कई माफियाओं के घर बुलडोजर से ढहा दिए गए हैं। जिसमें अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे अपराधी भी शामिल हैं। गुरुवार को विधानसभा में अपना भाषण देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि माफिया से जब्त की गई जमीनों पर गरीबों के लिए घर बनाए जाएंगे।