प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि अगर हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान बना रहे तो हम सपा के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही होंगे।

उन्होंने कहा कि गठबंधन पर कोई अड़चन या शर्त नहीं है। बस इस फैसले को अब अंतिम रूप देना है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सीटों के आधार पर होगा। अगर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो पाता है तो किसी राष्ट्रीय पार्टी से हाथ मिलाया जाएगा।

बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि योगी सरकार के गलत निर्णय से देश भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार की तरफ से केवल पूंजीपतियों के लिए काम किया गया है।

गौरतलब है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल के साथ सुलह करने का संकेत देते हुए कहा था कि उनका पहले से ज्यादा सम्मान किया जाएगा। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा की हार के बाद शिवपाल यादव ने यह कहते हुए पार्टी छोड़ दी थी कि उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा है।

बता दें कि अखिलेश यादव के सपा प्रमुख बनने के बाद शिवपाल यादव से प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी ले ली गई थी, उनकी जगह पर नरेश उत्तम को सपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था। 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर अखिलेश यादव ने कहा था कि कांग्रेस ने उनकी जिंदगी बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, फिर भी अखिलेश कांग्रेस से ही गठबंधन कर रहे हैं।

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सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति को जब बाहर किया गया था तो उस समय भी शिवपाल यादव ने अखिलेश को लेकर नाराजगी जताई थी। जिस पर मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता ने भी अपना समर्थन देते हुए कहा था कि शिवपाल यादव के साथ गलत हुआ है। इसके साथ उन्होंने यह अभी कहा था, अखिलेश नहीं चाहते हैं अब राजनीति में कोई उनका प्रतिद्वंदी बनकर उनके सामने खड़ा हो। परिवार से लेकर राजनीति तक बढ़ती इन तलखियों के बाद शिवपाल यादव ने अपनी नई पार्टी बना ली थी। अपनी नई पार्टी बनाने को लेकर शिवपाल यादव ने कई बार कहा है कि उन्होंने मुलायम सिंह यादव के कहने पर ही पार्टी बनाई है।