18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हुई। सांसदों, विधायकों ने उम्मीदवारों के समर्थन में मतदान किया है। बहुत जल्द ही अब देश को नया राष्ट्रपति मिलने जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की खूब चर्चा हुई। इसके पीछे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा द्वारा उन्हें ISI का एजेंट बताया जाना है। हालांकि इसके बावजूद अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन दिया है।
यशवंत सिन्हा को समर्थन दिए जाने पर अखिलेश यादव से चाचा शिवपाल यादव भी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जो हमारे मार्गदर्शक, अभिभावक और नेता को ISI का एजेंट कहे, उसे हम समर्थन नहीं दे सकते। हालांकि इसी बीच अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति पद के लिए मतदान करने पहुंचे मुलायम सिंह यादव की तस्वीर शेयर की तो लोग खिंचाई करने लगे।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: अखिलेश यादव के ट्वीट पर अमन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब तक योगी है तब तक तुम मुख्यमंत्री का ख्वाब ना ही देखो तो अच्छा है।’ अनिल शर्मा ने लिखा कि ‘आपके चाचा ने एनडीए उमीदवार को मतदान किया है।’ संजू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुलायम सिंह का वोट यशवंत सिन्हा को नहीं गया होगा, चाहे तो घर जाकर पूछ लेना।’
राजेंद्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुर्मू जी को वोट डालते हुए मुलायम सिंह यादव जी – सिन्हा जी से नाराज हैं, ISI एजेंट कहा था।’ पुरुषोत्तम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुलायम जी के बेटे का पता नहीं पर खुद का दिल तो गवाही नहीं दिया होगा कि यशवंत सिन्हा को वोट दें। इन्होंने तो वोट मुर्मू जी को ही दिया होगा।’
अनिल यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नेताजी की विरासत को आप जल्द ही धीरे धीरे खत्म कर देंगे, मुझे आप पर पूरा भरोसा है।’ सुनील पाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नेता जी तो पक्का मुर्मू जी को वोट दिए होंगे।’ नीरू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘याद करो इन्हीं मुलायम सिंह को यशवंत सिंन्हा ने क्या बोला था।’
बता दें कि अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया था, जबकि अखिलेश यादव के सहयोगी ओपी राजभर और चाचा शिवपाल यादव ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात कही। अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचाने के लिए यशवंत सिन्हा जी का जीतना जरूरी है।