अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद कई देशों ने अपना दूतावास बंद करके अपने राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुला लिया है। भारत सरकार भी अपने लोगों को वहां से वापस लाने को लेकर चिंतित है। अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को के लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी की गई है। वहीं विपक्षी भी इस मामले को लेकर सरकार से सवाल पूछ रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार से आगरा किया है कि अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा का इंतजाम किया जाए।

उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘काबुल में मानवता की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों को मध्यस्थता और शांति-समझौते के लिए तत्काल सक्रिय होना चाहिए। भारत सरकार को वहाँ फँसे भारतीयों की सुरक्षा के लिए तुरंत इंतज़ाम करने चाहिए। हर भारतीय का जीवन बचाना सरकार का कर्तव्य है।’ उनके इस ट्वीट पर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे।

@govindmeri65 क्यों ट्विटर अकाउंट से कमेंट किया गया है कि क्यों नही लादेन साहब के चहेते आज़म खान को भेज देते वहां शान्ति बहाली का पैगाम लेकर। एक टि्वटर अकाउंट से कमेंट आया कि समाजवादी पार्टी के सभी छोटे बड़े नेताओं को मिलकर अफगानिस्तान जाकर तालिबान से बात करनी चाहिए दुनिया में समाजवादी वर्चस्व बढ़ेगा और अफगानिस्तान में शांति स्थापित होगी।

@SatyadeoPawar टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि तुमने खूंखार तालीबानी आतंकियों के लिए दो शब्द नहीं बोले। एक ट्विटर यूजर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखते हैं कि जिनसे प्रदेश तो संभाला नहीं गया वह अब अंतरराष्ट्रीय संगठनों की बात करते हैं जबकि उनको मालूम है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री इन सब चीजों के लिए सक्षम हैं उसके बाद भी ज्ञान वर्धन करने के लिए आ जाते हैं लोग।

@Saurabh32551331 टि्वटर अकाउंट से लिखा गया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी निश्चिंत रहिये ये मोदी सरकार है जिसने अभिनंदन को पाकिस्तान से सुरक्षित भारत वापस लाया था, ये अफगानिस्तान मे फंसे भारतीयों को सकुशल भारत ले आएगी। हाँ आप सोशल मीडिया पर समय व्यतीत करते रहें बाकी आपके बस का कुछ है नहीं। एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि लेकिन नरेंद्र मोदी तो तानाशाह है, फिर क्यों मदद मांग रहे।