उड़ीसा सरकार के मंत्री सारदा प्रसाद नायक विवादों में घिरे हुए हैं। सारदा प्रसाद के दो वीडियो पर बवाल मचा हुआ है। एक वीडियो में वह ब्लड डोनर के शरीर से खून निकालते दिखाई दे रहे हैं तो वहीं दूसरे वीडियो में मंत्री जी एक कव्वाल के ऊपर नोटों की बारिश कर रहे हैं। हालांकि विवाद के बाद मंत्री ने खुद को निर्दोष और सही बताया है।

श्रम और ईएसआई मंत्री सारदा प्रसाद नायक एक ब्लड डोनर के शरीर से खून निकालते दिखाई दिए, जबकि वहां पर नर्स समेत अन्य लोग भी मौजूद थे। सवाल उठाया गया कि आखिर बिना अनुभव के उन्होंने खून क्यों निकाला? इस पर मंत्री का कहना है कि बेड पर लेटे व्यक्ति ने उनसे आग्रह किया था कि मैं ही डोनेट करने के लिए खून निकालूं तो मैंने नर्स की देखरेख में ऐसा किया।

कव्वाल पर नोटों की बारिश करने के बाद मंत्री की सफाई

वहीं एक अन्य वीडियो में मंत्री सारदा प्रसाद एक कार्यक्रम में कव्वाल के ऊपर पैसे उड़ाते दिखाई दे रहे हैं। कई अन्य लोगों के साथ मंत्री प्लेट में नोट रखकर कव्वाल के सिर पर डाल रहे हैं। वीडियो के एक हिस्से में एक शख्स मंत्री को खींचकर कव्वाल के पास लाता दिखाई दे रहा है। इस पर सफाई देते हुए मंत्री ने खुद को निर्देश बताया और कहा कि लोगों के अनुरोध पर ऐसा किया था।

सफाई देते हुए सारदा प्रसाद ने कहा कि सुंदरगढ़ में देश के मशहूर कव्वाल आये थे, मैं पूरे कव्वाली कार्यक्रम को दिखाने की अपील करता हूं। कव्वाल ने इंडियन क्रिकेट टीम कैसे वर्ल्ड कप जीतेगी, इस पर कलमा पढ़ा। इन्होंने हिन्दुस्तान के नारे लगाए, मां के सम्मान की बात कही। उसी को देखते हुए दर्शकों ने तारीफ करने के लिए पैसा दिया।

मंत्री ने कहा कि लोगों ने तारीफ करने के लिए पैसे दिए हैं, मैं वहां खड़ा था तो मुझे लोग खींचकर ले गए। कव्वाल की बातों से खुश होकर लोगों ने पैसे दिए हैं, मैंने तो अपनी जेब नहीं दिया है। मैं वहां खड़ा था तो इसमें कौन सा गुनहगार हूं। हालांकि मंत्री की सफाई आने के बाद भी इस पर बवाल चल रहा है। वहीं खून निकालने वाले वीडियो पर भाजपा के स्थानीय नेताओं ने सारदा प्रसाद की गिरफ्तारी की मांग की है।