12 अक्टूबर को अचानक फेसबुक यूजर्स के फॉलोअर्स की संख्या घट गई। जिसके पास लाखों की संख्या फॉलोअर्स थे, उनके फॉलोअर्स की संख्या हजारों में रह गई। यहां तक की फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग के भी मात्र 9 हजार फॉलोवर दिखाई दे रहे हैं। फेसबुक पर पोस्ट कर लोग इसके बारे में सवाल खड़े कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि आखिर फॉलोवर गए कहां?

कहां गए लोगों के फॉलोअर्स?

फेसबुक पर फॉलोवर्स की संख्या कम होने पर कुछ लोगों ने इसे रूस द्वारा “मेटा” को आतंकी संघटन घोषित करने का परिणाम बताया तो कुछ लोगों ने मार्क जुकरबर्ग के भी फॉलोवर्स घटने पर चुटकी ली है। पत्रकार और एंकर चित्रा त्रिपाठी ने फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा कि फ़ेसबुक पर मेरे साढ़े चार लाख से ज़्यादा फ़ॉलोवर थे, ये घटकर इतने कम कैसे हो गए?

लोगों ने किए ऐसे कमेंट

समीर रामगढ़ नाम के यूजर ने लिखा कि फॉलोवर कही नहीं गए हैं, यहां भी फॉलोवर उड़ाना सीख रहे हैं, मेरे भी 17303 फ़ॉलोवर कम हो गए, अब कम हुए हो या नहीं लेकिन फेंक तो लेने ही दो। गिरिजेश शुक्ल ने मजाकिया अंदाज में लिखा कि मेरे ३ फॉलोवर कम हुए हैं, मैं जुकर पांडेय जी पर मानहानि का केस करूंगा। अच्छा खासा फेमस हो रहा था। एक यूजर ने लिखा कि फॉलोवर कम होने का रोना रोने वालों मार्क बाबा की हालत भी देख लो खुद की फेसबुक पर 9993 फॉलोवर रह गए हैं।

मार्क जुकरबर्ग का फेसबुक अकाउंट, जिसके फॉलोवर मात्र 9993 दिखाई दे रहे हैं

एक यूजर ने लिखा कि हमारे और आपके फॉलोवर कम हुए तो क्या हुआ, जिसका फेसबुक है उसके भी फॉलोवर गायब हो गए। अमित पाण्डेय ने लिखा कि कुल मिलाकर जिनके फ़ॉलोवर एक-दो हजार थे वो भी सुबह से 40-50 हजार गायब होने की बात बोल रहे हैं। सलीम सिद्दकी ने लिखा कि जब रुपया गिर रहा है तो फेसबुक फॉलोवर्स क्यों नहीं गिर सकते। लेकिन फॉलोवर गिरने से आपकी गरिमा नहीं गिरेगी। फॉलोवर तो वापस आ जाएंगे, लेकिन रुपया 40 के स्तर पर कभी नहीं आएगा।

बता दें कि मार्क जुकरबर्ग के फॉलोअर्स की संख्या कुछ घंटों पहले तक 4 करोड़ से भी ज्यादा थी लेकिन अब 10,000 से भी कम है। अचानक फॉलोवर कम होने के पीछे क्या वजह है, इसकी जानकारी तो सामने नहीं आई है। कोई कह रहा है कि ये टेक्निकल फाल्ट है ठीक हो जायेगा तो कोई कह रहा है कि ये फर्जी फेसबुक अकाउंट को हटाये जाने का असर है। हालांकि फॉलोवर की संख्या घटने के पीछे क्या वजह है, इसके बारे में सही जानकारी तो मेटा या फिर मार्क जुकरबर्ग ही दे सकते हैं।