मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर किसानों के समर्थन में अपनी रखते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। पिछले साल किसान आंदोलन के वक्त लाल किले पर ‘निशान साहिब’ फहराये जाने को सही बताते हुए सत्यपाल मालिक ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं था। किसानों से सत्यपाल मलिक ने कहा कि सत्ता बदलने के लिए एकजुट हों और दिल्ली में अपनी सरकार बनाएं ताकि उन्हें किसी से कुछ न मांगना पड़े।
क्या बोले सत्यपाल मलिक?: सत्यपाल मलिक ने कहा कि राज्यपाल कार्यकाल खत्म होने के बाद वह खुद देशभर का दौरा करेंगे और किसानों को एकजुट करेंगे। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि “कुछ लोगों ने मुझे सलाह दी कि चुप रहूंगा तो मुझे उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति का पद भी मिल सकता है लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं इन पदों की परवाह नहीं करता।”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इस बयान पर अब लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। हिन्दुस्तानी सपोर्टर नाम के यूजर ने लिखा कि “ये साहब भी अब धरना प्रदर्शन के लिये उपलब्ध होने वाले हैं।” संदीप पाण्डेय ने लिखा कि “कैसा आदमी है ये? इतना ही है तो रिजाइन करो और कुछ सच में अच्छा करो।”
अरविंद कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “छ: सात महीने बाद क्यों? अभी से इस्तीफा देकर लग जाइये।” सुधीर सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “यह लोमड़ी कौन है? इन्हें कोई बताए चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री रह चुके हैं, उनके बेटे कैबिनेट मिनिस्टर रह चुके हैं और क्या चाहिए?” मनोज कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “एक राज्यपाल को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती है। इनको राज्यपाल से इस्तीफा देकर कांग्रेस जॉइन कर लेनी चाहिए।”
चन्द्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि “साहेब के बहुत जल्दी घर बैठने के दिन आ रहे हैं?” गरिमा यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “इनके पार्टी के पहले सदस्य वरुण गांधी होंगे।” जीथाराम चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि “बिलकुल सही कह रहे हैं माननीय सत्यपाल जी, किसान कौम को एक होना है। केसी केडिया नाम के यूजर ने लिखा कि “राज्यपाल जी सम्मानित पद से इस्तीफा देकर राजनीति करें।”