उत्तर प्रदेश के मेरठ का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक दरोगा और एक बच्चे के बीच बहस हो रही है। इसी बीच आक्रोशित होकर दरोगा युवक से कह रहे हैं कि यहीं ठोक दूंगा, एक मिनट भी नहीं लगेगा। बताया जा रहा है कि कैंट बोर्ड की टीम एक जर्जर मकान को तोड़ने पहुंची थी, युवक इसी का विरोध कर रहा था।

जर्जर मकान तोड़ने पहुंची थी टीम

जानकारी के मुताबिक, कैंट बोर्ड की टीम जर्जर मकान को तोड़ने पहुंची थी। युवक ने टीम का विरोध किया, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। खुद दरोगा मौके पर पहुंचे। इस दौरान टीम पर भड़का युवक पुलिस वालों से भी बदसलूकी करने लगा। दरोगा ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन युवक लगातार बदसलूकी करता रहा।

युवक पर भड़के गये दरोगा

युवक के व्यवहार पर दरोगा का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने लोगों से कहा- “इसे यहां से हटाओ, एक मिनट भी लगेगा, यही ठोक दूंगा।” सोशल मीडिया पर दरोगा का वीडियो वायरल हुआ तो मेरठ पुलिस को लेकर लोग सवाल उठाने लगे। दरोगा के ‘ठोकने’ वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

पीयूष राय ने वीडियो शेयर कर लिखा, “उत्तर प्रदेश पुलिस की कौन से दरोगा जी हैं जो ठोक देने की धमकी दे रहे हैं? दरोगा जी मेरठ में तैनात हैं। इनकी बातों से लगता है कि कमर में लगी हुई पिस्तौल किसी दिन खून से ही सौदा करेगी।” रणविजय सिंह ने लिखा, “मार्केट में ‘ठोक’ नाम की कोई नई चॉकलेट आई है क्या? और दारोगा जी लड़के को चॉकलेट क्यों देना चाहते हैं?”

कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ठोक दूँगा, एक मिनट लगेगा” … यह यूपी पुलिस के दरोगा की भाषा है क्योंकि शायद बेगुनाहों को “ठोकने” की छूट इन्हें योगी सरकार में मिली हुई है। उत्तर प्रदेश की पुलिस जब इतनी बेलगाम है तो कानून तो लाचार होगा ही!” एक अन्य ने लिखा, “एक नाबालिग लड़के से बोल रहे हैं कि इसे समझा लो वरना एक मिनट में इसे ठोक दूंगा। इसके अलावा एक महिला से किस कदर से बदतमीजी से बात कर रहा है। सोचिए ये अपने घर परिवार में किस कदर पेश आते होंगे, फरियादी से तो सबने देख ही लिया।”

बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं घर तोड़ने पहुंची कैंट बोर्ड की टीम ने भी सरकारी काम में बाधा, अभद्रता समेत आरोप लगाते हुए युवक के खिलाफ तहरीर दी है।