भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर कहा है कि उनकी प्राथमिकता है कि वह बसपा के साथ गठबंधन करें। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में दलितों के साथ अन्याय किया गया है। उन्होंने एबीपी गंगा न्यूज़ चैनल से बात करते हुए यूपी चुनाव को लेकर कई बातें कहीं।

आजाद ने कहा कि प्रदेश में सरकारी नौकरियों में हो रहे घोटालों के कारण युवा बेरोजगार बैठे हैं। जिन पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है… हम ऐसे ही लोगों की बात को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने गठबंधन के सवाल पर कहा कि हम बहन जी के साथ जाना पसंद करेंगे लेकिन मायावती से गठबंधन को लेकर पूछा जाता है तो वह कहती हैं हम अकेले ही चुनाव लड़ेंगे। अगर उन्होंने मान लिया है कि मेरा पक्ष उनको नहीं सुनना है तो मैं क्या कह सकता हूं।

आजाद ने कहा, ‘ मैं प्राइमरी के हेड मास्टर का बेटा हूं… किसी एमपी और एमएलए का बेटा नहीं हूं… वह मीडिया के सामने समय बता दे कि कब वह हमसे मुलाकात करेंगी मैं उनसे जाकर मुलाकात कर लूंगा। मेरा काम केवल यह है कि रिश्तो को कैसे जोड़ा जाए। आज तक मैंने अपने मुंह से उनको कभी एक अपशब्द नहीं कहा है।”

चंद्रशेखर आजाद से पूछा – मायावती से आपका रिश्ता कैसा है? इस सवाल पर भीम आर्मी चीफ ने दिया था कुछ ऐसा जवाब

क्या बीएसपी ने दलितों के लिए कुछ काम किया है? इसके जवाब में आजाद ने कहा कि अगर आप कहेंगे कि बीएसपी ने काम किया है तो मैं कहूंगा कि बहुत काम किया है। अगर मायावती की बात करेंगे तो मैं यही कहूंगा कि बहुत काम नहीं हुआ हैं। बीएसपी का मतलब केवल मायावती नहीं है बल्कि बीएसपी वह पार्टी है जिसके लिए हमारे दादा, परदादा और पिताजी ने अपना बलिदान दिया है।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आजाद ने कहा, ” अगर मैं कहूं कि वंचितों के लिए सारा काम मायावती ने किया है तो यह बाबा भीमराव अंबेडकर के साथ अन्याय होगा।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ हुई मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि मैं बीमार था वह मुझे देखने आई थी इसके लिए उनका बहुत धन्यवाद। मेरी उनसे बातचीत होती रहती है।