राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के मस्जिद और मदरसे में जाने को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के जरिए योगी आदित्यनाथ सरकार से सवाल किया है। जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स जवाब देते नजर आ रहे हैं।

मायावती ने किया ऐसा ट्वीट

मायावती ने अपनी सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, ‘आरएसएस प्रमुख श्री मोहन भागवत द्वारा कल दिल्ली स्थित मस्जिद/मदरसे में जाकर उलेमाओं से मुलाकात करने और फिर उनसे अपने आपको ’राष्ट्रपिता’ व ’राष्ट्र ऋषि’ कहलवाने के बाद क्या बीजेपी व इनकी सरकारों का मुस्लिम समाज व उनके मस्जिद-मदरसों के प्रति नकारात्मक रुख व बर्ताव में बदलाव आएगा?’

नमाज को लेकर सरकार पर साधा निशाना

बसपा सुप्रीमो ने अपने दूसरे ट्वीट में योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि यूपी सरकार खुली जगह में कुछ मिनट की अकेले में नमाज़ पढ़ने की मजबूरी को भी सहन नहीं कर पा रही है तथा सरकारी मदरसों की उपेक्षा करते हुए निजी मदरसों में भी हस्तक्षेप पर उतारू है, किन्तु आरएसएस प्रमुख की इस बारे में गहरी चुप्पी के क्या मायने निकल रहे हैं इस पर भी वे जरूर गौर करें।

लोगों के जवाब

अजय कुमार नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि इसमें सोचना समझना क्या है अब, 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी ने अपनी चाल चलनी शुरू कर दी है क्योंकि उन्हें पता है मुस्लिम समाज उनसे नाराज है। जावेद आलम नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, ‘ आप मुस्लिम समाज की चिंता करना छोड़ दीजिए। मुस्लिम समाज समझ चुका है कि उसकी आवाज को लगातार बार-बार कौन सी पार्टी उठा रही।’ अनुपम शुक्ला नाम के एक यूजर ने कमेंट किया किया कि अरे मैडम यह सब चुनावी नौटंकी चल रही है।

मोहन भागवत ने दिल्ली में इमाम से की थी मुलाकात

राष्ट्रीय संघ सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत गुरुवार यानी 22 सितंबर को दिल्ली मैं अखिल भारतीय मान संगठन के प्रमुख डॉ उमैर अहमद इलियासी के साथ मुलाकात की थी। इलियासी से मुलाकात करने के लिए मोहन भागवत दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद में उनके कार्यालय पहुंचे थे। जिसके बाद वह पुरानी दिल्ली स्थित एक मदरसे में भी पहुंचे थे, जहां उन्होंने मदरसों के बच्चों से मुलाकात की थी।