एक समाचार चैनल पर पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई कथित टिप्पणी के आरोप में बीजेपी से निलंबित की गई नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को लेकर अभी विवाद थमा भी नहीं है, इसी बीच एक टीवी चैनल का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें मौलाना इलियास शरफ़ुद्दीन ने ठहाका लगाते हुए शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। जिस पर लोग यूपी पुलिस (UP Police) से FIR करने की मांग कर रहे हैं।

वीडियो वायरल : समाचार चैनल जी न्यूज़ में चल रहे कार्यक्रम के दौरान मौलाना ने ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर कथित रूप से मिले शिवलिंग पर ठहाका लगाते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की। उनके द्वारा कहा गया कि भगवान राम और कृष्ण भी मूर्तियों की पूजा नहीं करते। इस दौरान मौलाना ने कहा कि श्री कृष्ण और राम के रास्ते पर आओ। रावण और कंस का रास्ता छोड़ दो। इसके साथ यह भी कहा कि अगर श्री कृष्ण और राम जिंदा होते तो भारत में एक भी मूर्ति नहीं होती।

लोगों ने की FIR की मांग : सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो पर लोग कई तरह की प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं। बीजेपी नेता प्रशांत उमराव ने इस वीडियो के साथ लिखा कि इलियास शरफ़ुद्दीन ने भगवान शिव को अभद्र भाषा का प्रयोग किया, हिंदुओं की भावनाओं को भड़काकर कानून व्यवस्था खराब करने का षड्यंत्र रचा है। इलियास पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के सम्पर्क में रहा है। पहले भी इस पर इस तरह के आरोप रहे हैं। इसकी शीघ्र गिरफ़्तारी आवश्यक है।

बीजेपी नेता तेजिंदर बग्गा (Tejinder Bagga) ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए यूपी पुलिस से मौलाना पर कार्रवाई करने की मांग की है। सचिन नाम के एक यूजर ने लिखा कि इस्लामिक स्कॉलर-मौलाना इलियाज शर्फुद्दीन को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, इसने सारी हदें सीमाएं पार कर दी, ये हमारे देवी देवताओं को कुछ भी कह दे ये बर्दाश्त नहीं होगा। अनुभव सिंह नाम के एक यूजर ने यूपी पुलिस को टैग करते हुए लिखा कि अगर नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है तो इस मौलाना पर भी एफआईआर दर्ज की जाए।

आमिर खान नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘इलियास शर्फुद्दीन जैसे लोग समाज के लिए ज़हर हैं। किसी भी धर्म का अपमान करने/ मज़ाक उड़ाने को इस्लाम ने सख्ती से मना किया है। जिस तरह हम इस्लाम, मुसलमान का अपमान करने वालों के खिलाफ हैं, उसी तरह दूसरे मज़हब या उसके मानने वालों का अपमान करने वालों के खिलाफ हैं। सुशांत अग्रवाल नाम के एक यूजर ने लिखा – इस तरह के लोगों को टीवी डिबेट पर बुलाया क्यों जाता है? समाचार चैनलों से यह सवाल पूछना बेहद जरूरी हो गया है