दिल्ली में आबकारी नीति की जांच को लेकर जमकर बवाल हो रहा है। आप और बीजेपी के बीच जुबानी जंग चल रही है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इसी बीच एक टीवी डिबेट के दौरान भाजपा सांसद मनोज तिवारी और आप नेता सौरभ भारद्वाज के बीच तीखी बहस हो गई। मनोज तिवारी ने दिल्ली में शराब पीने वालों की उम्र घटाने का दावा किया तो सौरभ भारद्वाज ने सबूत मांग लिया है।

मनोज तिवारी, सौरभ भारद्वाज पर भड़के

दरअसल आज तक चैनल पर एक चर्चा के दौरान मनोज तिवारी और सौरभ भारद्वाज के बीच जमकर बहस हुई। मनोज तिवारी आक्रोश में आ गये और सौरभ भारद्वाज को जुबान संभाल कर बात करने की नसीहत दे डाली। चर्चा के दौरान मनोज तिवारी ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार ने कोर्ट में हलफनामा दे रखा है कि शराब पीने वालों की उम्र 21 साल से घटाकर 18 साल कर दी जाए।

मनोज तिवारी ने उठाया सवाल

मनोज तिवारी ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग कम्पनियों को रिटेल में ठेके देने की अनुमति क्यों दे दी? ड्राई डे 21 में से 3 दिन क्यों कर दिया? बियर इम्पोर्ट ड्यटी को गैर कानूनी तरीके से कम क्यों कर दिया? कैबिनेट की अनुमति के बिना 144 करोड़ रूपये क्यों वापस किया? एअरपोर्ट के 30 करोड़ के टैक्स को किस दोस्ताना के चलते दे दिया? हमारा यही सवाल है।

सौरभ भारद्वाज का जवाब

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के अंदर शराब के लाइसेंस के लिए साढ़े नौ हजार करोड़ के लिए टेंडर आये थे। ये पॉलिसी 17 नवंबर को आई थी। हालांकि लॉकडाउन के कारण दुकानों को नुकसान हो रहा था। ये सभी हाईकोर्ट गए और लाइसेंस फीस पूरी ना देने की बात कही। इसके बाद उन्हें छूट दी गई। इसमें भ्रष्टाचार कहा हो गया?

मनोज तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप बिना सिर-पैर वाली बातें कर रहे हैं। आप तो यह भी कहते रहे हैं कि आपने शराब पीने वालों की उम्र 21 से घटाकर 18 करने की मांग नहीं की, आपने ड्राई डे की संख्या को कम नहीं किया। इस सौरभ भारद्वाज ने सबूत मांगते हुए कहा कि दिल्ली में भी शराब पीने के की न्यूनतम उम्र 21 साल ही है बल्कि भाजपा शासित राज्यों 18 साल है! अगर आपके पास सबूत है कि हमें ऐसी कोई याचिका कोर्ट में लगाईं थी तो सबूत दीजिये। इसके बाद मनोज तिवारी एक आर्टिकल को पढ़ते हुए सुनाते हैं और कहते हैं हमारे पास सबूत है। 

बता दें कि आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में जमकर हंगामा हो रहा है। भाजपा का आरोप है कि मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया है जबकि आप का कहना है कि भाजपा वाले अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता से घबराए हुए हैं इसीलिए उनकी छवि खराब करने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन हम डरने वाले नहीं है। भाजपा, हमें कांग्रेस समझने की भूल कर रही है।