दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सीबीआई के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए हैं। सीबीआई दफ्तर पहुंचने से पहले मनीष सिसोदिया तमाम समर्थकों के साथ घर से निकले, गांधी जी की समाधि स्थल पर पहुंचे। इसके बाद वह सीबीआई दफ्तर के लिए रवाना हुए। आप सांसद राघव चड्ढा ने एक ट्वीट कर कहा है लाखों बच्चे दुखी हैं क्योंकि उनके मनीष अंकल को भाजपा गिरफ्तार करना चाहती है।

राघव चड्ढा ने किया ट्वीट

राघव चड्ढा ने ट्वीट कर लिखा है कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 18 लाख बच्चों की आंखें नम हैं क्योंकि उनके प्यारे मनीष अंकल को बीजेपी गिरफ़्तार करवा रही है। ये बीजेपी सरकार है, यहां बच्चों के हाथ में किताब पकड़ाने वाला सबसे बड़ा अपराधी माना जाता है।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@TajinderSTS यूजर ने लिखा कि रविवार को 18 लाख बच्चों के घर जाकर नम आंखें देख आए, आपिऐ तो महान हैं। @THESONUSARKAR यूजर ने लिखा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 18 लाख बच्चों की आंखे नम है क्योंकि उनके शिक्षा मंत्री शराब कांड में जेल जा रहे हैं। बच्चों को इस बात का बहुत ही दुख है कि शिक्षा मंत्री ऐसा कुकृत कैसे कर सकता। एक यूजर ने लिखा कि बच्चों को गुमराह नहीं करिए महाशय, मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में CBI के पास जा रहे हैं पूछताछ के लिए, साबित होने पर मनीष सिसोदिया को जेल भेजा जा सकता है।

@Mandeep80998847 यूजर ने लिखा कि किताब की बात बोलकर लोगों से सच नहीं छुपाया जा सकता, जो घोटाले किये हैं उनको भी उजागर करो। पंजाब में ईमानदार आम आदमी की सरकार में 9 महीने में 3 एमएलए और मंत्री करप्शन में पकड़े गए। धनेश्वर नाम के यूजर ने लिखा कि बच्चें मासूम होते हैं उन्हें राजनीति और भ्रष्टाचार से दूर दूर तक लेना देना नहीं होता। फिर बच्चों की आंखे नम कैसे हो सकती है? आपके सरकारी स्कूल के 85% बच्चों को मनीष सिसोदिया के नाम तक पता नहीं है।

बता दें कि मनीष सिसोदिया CBI दफ्तर पहुंचने के बाद आप नेताओं ने जमकर प्रर्दशन किया है। पुलिस का कहना है कि सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन के लिए इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी शामिल थे। दिल्ली पुलिस ने बताया कि कुल 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनमें आठ महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि CGO कॉम्प्लेक्स के पास लोधी रोड पर धरने पर AAP पार्टी के कुछ नेता और कार्यकर्ता बैरिकेड पार कर CBI कार्यालय के पास विरोध करने के इरादे से इकट्ठा हुए। उन्हें रोककर, बैरिकेड्स पार करने की अनुमति नहीं दी गई। इसलिए वे मुख्य सड़क पर बैठ गए, जिससे यातायात बाधित हुआ।