केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 मई की रात मणिपुर चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे है। गृहमंत्री का मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और भाजपा अध्यक्ष ने स्वागत किया। मणिपुर में हुई हिंसा के लिहाज से अमित शाह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इंफाल में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक की।

गृह मंत्री की बैठक में शामिल हुए थे संबित पात्रा

गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। गृह मंत्री अमित शाह ने इंफाल में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक की थी। अमित शाह के साथ चली इस बैठक में भाजपा नेता संबित पात्रा भी शामिल हुए थे। इसको लेकर कांग्रेस नेता सवाल उठा रहे हैं कि आखिर संबित किस हैसियत से इस बैठक में शामिल हुए थे?

कांग्रेस नेताओं ने पूछा सवाल

बैठक की तस्वीर शेयर कर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, “इंफाल में संबित पात्रा कैसे गृहमंत्री की अधिकारी बैठक में हिस्सा ले सकते हैं?” इस पर जयराम रमेश ने भी कहा, “उचित सवाल है, वह तो पार्टी के कार्यकर्ता हैं।” कांग्रेस सेवादल की तरफ से ट्वीट किया गया,”मणिपुर में आंतरिक सुरक्षा के लिए हुई गृहमंत्री की बैठक में संबित पात्रा क्या कर रहे हैं? क्या वे किसी पद पर आसीन हैं? क्या वे मणिपुर के जनप्रतिनिधि या कोई अधिकारी हैं? या इसे भी भाजपा अपनी पार्टी की मीटिंग बना रही है?”

@swamiraj636 यूजर ने लिखा कि यह संबित पात्रा को मंत्री किसने बना दिया है? मणिपुर में गृहमंत्री सरकारी मीटिंग कर रहे हैं और उस बैठक में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा उपस्थित हैं। “क्या अब भी देश में लोकतंत्र और संविधान बचा हुआ है?” @iamgorishankar यूजर ने लिखा, “मणिपुर में आंतरिक सुरक्षा के लिए हुई गृहमंत्री की बैठक में संबित पात्रा क्या कर रहे हैं? क्या वे किसी पद पर आसीन हैं? या वे मणिपुर के जनप्रतिनिधि या कोई अधिकारी हैं?”

एक यूजर ने लिखा भाजपा के लिए इस सवाल का जवाब देना आसान नहीं है। @rebeccahmar_ यूजर ने लिखा, “भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा को मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर गृह मंत्री की आधिकारिक बैठक से क्या काम है? वह विधायक भी नहीं हैं, वह गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन के साथ बैठक में क्यों हैं? बीजेपी को इसका जवाब देना होगा।”