अभिनेता से नेता बने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सांसद डॉ. अमोल कोल्हे की एक सोशल मीडिया पोस्ट राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल, उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि कुछ समय के लिए वह तन्हाई में जाना चाहते हैं। उन्होंने लिखा है कि अपने अब तक लिए गए निर्णय पर विचार और पुनर्विचार भी करूंगा। इसके लिए एकांतवास में जा रहा हूं। कुछ समय तक मुझे से संपर्क नहीं हो पाएगा। फिर से जल्द मिलूंगा। नए मन और नए जोश के साथ। फिलहाल यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है कि ऐसी नौबत क्यों आई?
सांसद डॉ. अमोल कोल्हे ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि पिछले कुछ सालों में लिए गए फैसलों पर फिर से विचार करना है। पिछले कुछ दिनों, महीनों और सालों में बिना सोचे समझे भागता रहा हूं। कुछ कड़वे फैसले भी लिए। ऐसे कदम भी उठाए जो अप्रत्याशित कहे जा सकते हैं। अब इस तमाम भागदौड़ पर चिंतन करने का समय आ गया है। शारीरिक थकान आराम से दूर हो जाएगी लेकिन मन की थकान को दूर करने के लिए छोड़ा चिंतन जरूरी है। इसी वजह से तन्हाई में जा रहा हूं।
एनसीपी सांसद अमोल कोल्हे अक्सर विवादों में बने रहते हैं। कुछ समय पहले उनकी वजह से शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच कटुता पैदा होने की नौबत आ गई थी। तब कोल्हे ने कहा था कि पवार के आशीर्वाद के कारण ही उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने हैं। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना ने उनको जमकर लताड़ लगाई। शिवसेना ने कहा कि अमोल कोल्हे की याददाश्त का परीक्षण कराने का समय आ गया है। अभिनेता को स्क्रिप्ट देखकर डॉयलॉग बोलने की आदत होती है। वो भूल गए हैं कि वह उद्धव की कृपा से ही राजनीति में हैं।
गृह मंत्री अमित शाह को उनके 57वें जन्मदिन पर कोल्हे का बधाई संदेश वायरल भी हुआ था। कोल्हे ने एक वीडियो संदेश में कहा था कि वह चाहते हैं कि आपका जीवन पेट्रोल-डीजल की दरों के समान 100-प्लस को पार कर जाए। आपका प्रभुत्व प्रबल होना चाहिए, ठीक ईंधन की बढ़ती कीमतों के ग्राफ की तरह। उन्होंने कहा कि जैसे रसोई गैस की कीमतें बहुत कम समय में दोगुनी हो गई हैं। आपको भी उसी गति से दोहरी सफलता प्राप्त करनी चाहिए। मैं मां जगदंबा से प्रार्थना करता हूं कि अत्यधिक महंगाई से जूझ रही आम जनता को बचाने के लिए आपको साहस और क्षमता प्रदान करें।