चुनाव आते ही नेताओं के अलग-अलग रूप देखने को मिलता है। कई बार नेता जमीन पर उतरते ही बेहद विनम्र हो जाते हैं कई बार उनके विवादित वीडियो भी सामने आ जाते हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो काफी चौंकाने वाला है, वायरल वीडियो में भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने एक कार्यकर्ता का लात मारते हुए दिख रहे हैं। वायरल वीडियो के अनुसार, कार्यकर्ता फोटो में आने की कोशिश कर रहा है, इसी पल रावसाहेब उसे अपने पैर से मारकर उसे दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर विवाद हो गया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि रावसाहेब के पास खड़ा शख्स फोटो फ्रेम में आने की कोशिश कर रहा है। फोटो खींचते समय उसके फ्रेम में आने की कोशिश करने करना रावसाहेब को पसंद नहीं आया औऱ उन्होंने फटाक से लात मार दी।
वायरल होने के बाद किया दोस्ती का दावा
श
हालांकी वीडियो वायरल होने के बाद उस शख्स ने दावा किया कि वह दानवे का दोस्त है और सिर्फ उनकी शर्ट ठीक करने की कोशिश कर रहा था। हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद दानवे को लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि इतना अंहकार ठीक नहीं है, कई लोगों ने तो दानवे को घमंडी घोषित कर दिया है। यूजर दानवे को लेकर जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
दरअसल, वरिष्ठ भाजपा नेता 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पूरे महाराष्ट्र में इन दिनों जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। इस बीच जालना जिले के भोकरदन में सोमवार को हुई कथित घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि दानवे ने शिवसेना नेता अर्जुन खोतकर से मुलाकात कर रहे हैं, उनका अभिनंदन किया जा रहा था। इस बीच तस्वीरें खींची जा रही थीं तभी पास में ही खड़े एक शख्स ने फ्रेम में आने की कोशिश की। वीडियो में दिखाया गया है कि एक जैसे ही वह शख्स फ्रेम में आता है और नेता जी उसे अपने दाहिने पैर से लात मारते हुए फसे एक तरफ हटने के लिए कह रहे हैं। वहीं शख्स ने दावा किया है कि वह बीजेपी नेता का दोस्त है।
उसने कहा, “मैं रावसाहेब दानवे का करीबी दोस्त हूं और हमारी दोस्ती 30 साल पुरानी है। जो खबर वायरल हुई है वह गलत है। मैं सिर्फ दानवे की शर्ट ठीक करने की कोशिश कर रहा था।” हालांकि
घटना पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, “रावसाहेब को फुटबॉल में होना चाहिए था। पिछले दो सालों में भाजपा कार्यकर्ताओं को कुछ नहीं मिला है। इसलिए अगर वे फिर से भाजपा को वोट देना चाहते हैं तो दोबारा सोचने की जरूरत है। खैर, इस वायरल वीडियो को देखने के बाद आपकी क्या राय है?