घर को अकेला छोड़ने में हर किसी को डर लगता है कि कहीं चोरी ना हो जाए। इसके लिए लोग तमाम तरीके अपनाते हैं। सीसीटीवी लगवाते हैं, सिक्योरिटी गार्ड रखते हैं लेकिन फिर भी चोर इन्हें चकमा दे जाते हैं और घर के कीमती सामान पर हाथ साफ कर देते हैं। मध्य प्रदेश के रीवा में जब एक परिवार भोपाल जा रहा था उसमें कीमत सामान को कूड़े के ढेर में छिपा दिया लेकिन जब वापस आए तो कूड़ा ही गायब हो गया।
मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले प्रमोद कुमार ने घर के कीमती सामना को कूड़े में छिपा दिया था लेकिन धोखे से वह कूड़ा कूड़ेवाले को दे दिया गया और फिर वहां से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में चला गया। जब प्रमोद कुमार को पता चला तो उनके होश उड़ गए, आनन फानन में उन्होंने कूड़े में गए अपने कीमती सामना को खोजने की कोशिश करने लगे। हालांकि उन्हें इसमें सफलता मिल गई।
24 लोगों ने मिलकर कूड़े में खोजा गहना
दरअसल प्रमोद कुमार को परिवार के साथ भोपाल जाना था, ऐसे में चोरी के डर से अपने घर के कीमती सामान को कूड़े में छिपा दिया था। जब कूड़े के फेंके जाने की जानकारी हुई तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। प्रमोद कुमार ने कचरा उठाने वाली कंपनी को इसके बारे में बताया और कूड़ा उठाने वाली गाड़ी के बारे में जानकारी ली। कुल 24 लोग मिलकर कूड़े से जेवरात खोजने में लग गए।
डंपिंग यार्ड में पहुंच चुके 12 लाख के गहने को कड़ी मेहनत के आख़िरकार खोज लिया गया और उसे प्रमोद कुमार को सौंप दिया गया। दरअसल प्रमोद कुमार अपने परिवार वालों के साथ भोपाल गए तो गहने को डस्टबिन में छुपा दिया लेकिन इसी बीच दामाद घर आ गया। दामाद ने देखा कि डस्टबिन कचरे से भरा है तो उन्होंने इसे कूड़े वाले को दे दिया।
प्रमोद कुमार जब अगले दिन वापस आये तो 24 घंटे तक यह देखा ही नहीं कि उनका गहना सुरक्षित है कि नहीं। जब वह डस्टबिन को खोलकर देखे तो वह सन्न रह गए क्योंकि डस्टबिन तो खाली पड़ी थी। तब पता चला कि पूरा माजरा क्या है। इसके बाद उन्होंने आनन फानन में कूड़ा उठानी वाली कंपनी से संपर्क किया और फिर जाकर 12 लाख के जेवरात उन्हें वापस मिले।