मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव साल के अंत में प्रस्तावित है। ऐसे में राज्य में चुनावी सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं। बीजेपी और कांग्रेस आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले कई सप्ताह से जन आशीर्वाद यात्रा के तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। राज्य सरकार कई बार प्रदेश में सड़क की हालत बेहतरीन होने का दावा कर चुकी है, जिसे विपक्षी कांग्रेस सिरे से खारिज कर चुकी है। अब सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान की तस्वीरों वाला एक प्रचार वाहन गड्ढे में फंस गया। उसे निकालने के लिए लोगों को धक्का लगाना पड़ा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर चुटकी ली है। सिंधिया ने वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘स्वर्णिम मध्य प्रदेश की अमेरिका से भी बेहतर सड़कों पर गड्ढों में फंसे शिवराज सिंह जी के 14 साल के विकास को धक्का लगाते मध्य प्रदेश के नागरिक।’ सीएम शिवराज कई मौकों पर कह चुके हैं कि मध्य प्रदेश की सड़कें अमेरिकी शहरों की सड़कों से भी बेहतर हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी इसको लेकर मुख्यमंत्री पर तंज कस चुके हैं। कांग्रेस नेता ने एक बार कहा था कि शिवराज राज्य की सड़कों की तुलना महाराष्ट्र, गुजरात या देश के अन्य राज्यों से करें तो बात समझ में भी आए, लेकिन न जाने क्यों वह अमेरिका की रट लगाए रहते हैं।

स्वर्णिम मध्य प्रदेश की अमेरिका से भी बेहतर सड़कों पर गड्ढों में फसे शिवराज सिंह जी के १४ साल के विकास को धक्का लगाते मप्र के नागरिक। pic.twitter.com/X2NFlX5AxR
— Jyotiraditya Scindia (@JM_Scindia) August 27, 2018
चुनाव प्रचार अभियान जोरों पर: मध्य प्रदेश में कांग्रेस डेढ़ दशक से सत्ता से बाहर है। दिग्विजय सिंह के बाद से अब तक प्रदेश में कोई कांग्रेसी मुख्यमंत्री नहीं बन सका है। ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। विधानसभाा चुनाव की अहमियत इसी बात से समझी जा सकती है कि कांग्रेस आला कमान ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के साथ ही दिग्विजय सिंह को भी अहम भूमिका दी है। इसका मुख्य उद्देश्य बीजेपी सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का फायदा उठाते हुए चुनाव में जीत हासिल करना है। वहीं, बीजेपी ने एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान पर ही दांव खेला है। विधानसभा चुनाव का प्रबंधन से लेकर प्रचार अभियान तक की जिम्मेदारी सीएम पर ही है। हालांकि, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी चुनाव तैयारियों की निगरानी करेंगे।