राजद प्रमुख लालू प्रसाद का बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास को भकचोन्हर कहना बड़ा विवाद बनता जा रहा है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि यह एससी/एसटी एक्ट का मामला बनता है। उधर, राजद प्रवक्ता ने मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भक्त चरण दास को बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दास बता दिया।

मीरा कुमार ने कहा कि लालू जैसे सम्मानित नेता को इस तरह की टिप्पणी करनी शोभा नहीं देती। उन्होंने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है वह आपत्तिजनक है। इससे न केवल बिहार बल्कि देश भर के दलित समुदाय के आत्मसम्मान को ठेस लगी है। उधर, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लालू-सोनिया और राहुल-तेजस्वी लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस संघर्ष को भक्त चरण जैसे नेता कमजोर कर रहे हैं। उनका कहना था कि ये सभी संघ के एजेंट हैं।

ध्यान रहे कि लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के दलित नेता भक्त चरण दास को भकचोन्हर कहा था। लालू प्रसाद ने यह दास के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि राजद का भाजपा के साथ गठबंधन हो गया है। भकचोन्हर का मतलब मूर्ख होता है। रविवार को दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन टूटने के सवाल पर लालू ने कहा कि क्या होता है कांग्रेस का गठबंधन? क्या हम हारने के लिए कांग्रेस को सीट दे देते, या फिर जमानत जब्त कराने के लिए।

जानकारों का कहना है कि लालू का भक्त चरण दास को भकचोन्हर कहना असल में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को जवाब है। हाल ही में कन्हैया कुमार जब बिहार कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे, तब उन्होंने भक्त चरण दास पर बयान देने वाले राजद नेता मनोज झा पर पलटवार किया था।

उधऱ, भक्त चरण दास ने सोमवार को कहा कि लालू देश के एक सम्मानित वरिष्ठ नेता हैं। वह उनके बड़े भाई की तरह हैं। लालू प्रसाद उनके बारे में जो चाहे कह सकते हैं, लेकिन वह हमेशा उन्हें अपना सम्मान देंगे। उन्होंने कहा कि लालू यादव बड़े आदमी हैं गाली दे सकते हैं। हम तो छोटे आदमी हैं हम गाली क्या दें। लालू जी को अगर सबकुछ आता है तो ठीक है। लालू जी कई बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनका बेटा भी मुख्यमंत्री बने तो कोई बात नहीं। मेरा मकसद यही है कि जो पिछड़ा यादव है उसका कल्याण हुआ या नहीं उसको देखें।