राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता खत्म होने के बाद सरकारी घर खाली करने का नोटिस दिया गया है। राहुल गांधी ने भी नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि उनकी बहुत सी यादें इस घर से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने नोटिस के जवाब में कहा है कि वह घर खाली करने के लिए तैयार हैं। हालांकि कांग्रेस इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रही है और ‘मेरा घर आपका घर’ अभियान चला रही है। भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते ने भी इस भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया है।
पूर्व पीएम के पौत्र ने किया ट्वीट
पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री ने ट्वीट कर कहा है कि राहुल जी मेरा घर… आपका घर। मैं अपने घर में आपका स्वागत करता हूं। हम परिवार हैं, यह आपका भी घर है। वहीं कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने लिखा कि वो कंटेनर में रह लेंगे लेकिन भाजपा की तानाशाही के सामने झुकेंगे नहीं, ये राहुल गांधी हैं। सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
विभाकर शास्त्री के ट्वीट पर महेंद्र नाम के यूजर ने लिखा कि आप भी इस तरह की तानाशाही के खिलाफ मोर्चा खोलिए, नेहरू जी और शास्त्री जी ने देश को बहुत बड़ा उपकार किया जो लोकतंत्र इतना मजबूत किया। निगम पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि सर शायद यही समय है, आप जैसे महत्वपूर्ण लोगों का राहुल गांधी जी के साथ सड़क पर आने का, क्योंकि आप लोगों के आने से जनता पर अलग ही प्रभाव पड़ेगा।
संदीप श्रीवास्तव नाम के यूजर ने लिखा कि ये कांग्रेसी यही तो करना चाहते थे क्योंकि इनके पास कोई मुद्दा ही नहीं है। अगले चुनाव के लिए क्षेत्रीय पार्टियां इन्हें तवज्जो भी नहीं दे रही थी इसलिए ये सब खेल खेला गया है। गोपाल नाम के यूजर ने लिखा कि राहुल गांधी का कंटेनर भी आम आदमी के घर से महंगा है, आम आदमी के घर पंखा भी मिलता, इसमें AC लगी है। एक यूजर ने लिखा कि राहुल गांधी के प्रति सरकार जो रवैया अपना रही है वो ठीक नहीं है! भाजपा नेताओं पर तमाम आरोप हैं लेकिन उनपर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?
बता दें कि राहुल गांधी मानहानि मामले में दोषी पाए गए थे, जिसके बाद सूरत कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई। दो साल की सजा पाने के बाद के कानूनन राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो गई और सरकारी घर भी खाली करने का नोटिस मिल गया। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस पूरे देश में प्रदर्शन करने का एलान कर चुकी है. इसे चुनावों में मुद्दा भी बनाये जाने की संभावना है।