उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुधारने और अधिकारियों के रवैये को लेकर हमेशा से सवाल खड़े होते रहे हैं। कानपुर की डीएम का ताजा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इस वायरल वीडियो में कानपूर डीएम, जनता दरबार में पहुंचे एक बुजुर्ग दंपत्ति को फटकार लगा रही हैं। सोशल मीडिया पर लोग डीएम के इस रवैये की खूब आलोचना कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि 19 मई, कानपुर के नर्वल ब्लॉक का है, जिसमें जनता दरबार के दौरान डीएम नेहा शर्मा एक फरियादी को लताड़ लगाते दिखाई दे रही हैं। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बुजुर्ग कुछ कागजात दिखाते हुए डीएम नेहा शार्मा से कुछ कहता है तो वह भड़क जाती हैं और कहती हैं कि ‘चलो बैठो… चुप चाप बैठो वहां पर, तुम नहीं बोल पा रहे, ये नहीं बोल पा रहे हैं और एक और ले आए हो? इतना बीपी का प्रॉब्लम है तो घर में रखो इनको।’
सोशल मीडिया पर नेहा वर्मा का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और वायरल वीडियो पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। हरिनारायण सिंह ने लिखा कि ‘सरकार को ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करनी चाहिए! सरकार हो या उच्च अधिकारी सब तो जनता के सेवक हैं, फिर क्यों कुर्सी मिलते ही निरंकुश हो जाते हैं और अपनी धौंस दिखा कर जनता को भयभीत करते हैं!’
अशोक शेवकंद ने लिखा कि ‘सरकार तो वैसे ही बदनाम है, प्रशासनिक अधिकारी ही नाकाम है। जनता की नजरों में मौजूदा सरकार को बदनाम करवाने का कार्य कर रहे हैं।’ मुकुंद तोमर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इनकी अकड़ नेताओं के सामने भीगी बिल्ली जैसी हो जाती है।’ अभिषेक सिंह राजपूत ने लिखा कि ‘योगी जी को देखने दो ये, खुद इनका बीपी बढ जायेगा।’ मुजम्मिल रईस ने लिखा कि ‘ऐसी शिक्षा भी किस काम की जो बड़े बुज़ुर्गों का आदर सम्मान भुला दे।’
अभिनय सक्सेना ने लिखा कि ‘पता नही ये कैसा घमंड है। अगर किसी की इज्जत नहीं कर सकते तो कम से कम बेज्जती तो मत करो।’ धनश्री नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ऐसे तेवर दिखाने वाले आगे चलकर अपने कर्मो का फल भुगतते हैं। ये भी भुगतेंगी।’ धर्मेन्द्र मीणा ने लिखा कि ‘नरेंद्र मोदी आपकी पार्टी के बहुत ही ईमानदार मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी से कहकर डीएम साहिबा को बर्खास्त करें, जो बुजुर्गों का सम्मान नहीं कर सकते उसे पद पर रहने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है।’
बता दें कि नेहा शर्मा 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह 2013 में भी कानपुर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में काम कर चुकी हैं। मूल रूप से छत्तीसगढ़ की नेहा शर्मा की पहली पोस्टिंग 2012 में बागपत में एसडीएम के तौर पर हुई थी। यूपी विधानसभा चुनाव शुरू होने से पहले ही नेहा शर्मा की तैनाती कानपूर में चुनाव आयोग द्वारा की गई थी।