अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने सवाल खड़े किए हैं। कन्हैया ने कहा कि सरकार के एक-एक मंत्री जिस तरह से अग्निपथ योजना के फायदे गिना रहे हैं, ऐसा लग रहा कि वह कुछ बेच रहे हैं। इतना ही नहीं कन्हैया कुमार ने सरकार पर तंज कसते हुए युवाओं के भविष्य की भी चिंता जता डाली। 

“सरकार सीरियस नहीं है””: कन्हैया कुमार से सवाल पूछा गया कि रक्षा मंत्री ने तीन बदलाव करने का ऐलान किया है, क्या लगता है कानून वापस हो सकता है? इस पर कन्हैया कुमार ने कहा कि ‘जब किसी चीज की नींव ही ख़राब हो जाए तो रिव्यू कितनी बार भी कर लीजिए, ठीक नहीं है। सरकार युवाओं, किसानों, व्यापारियों को लेकर सीरियस नहीं है।

युवाओं को भूतपूर्व बनाने की योजना”: कन्हैया कुमार ने कहा कि ‘अग्निपथ की जरूरत ही क्या है? किसी ने कहा कि नई प्रक्रिया लेकर आइये। आप तो पुरानी प्रक्रियाओं को पूरा करने मे सक्षम नहीं है। दो साल हो गए, सेना में भर्ती नहीं हुई है, जहां 50 हजार भर्तियां हर साल होती थी। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सरकार नया लॉलीपॉप लेकर आई है। युवाओं को भरी जवानी में भूतपूर्व बनाने की योजना है।’

“तुरंत वापस हो यह कानून”: कन्हैया कुमार ने कहा कि ‘युवा सरकार के समर्थक हैं लेकिन जब पानी सिर से ऊपर चला जाए तो क्या करें। सरकार रिव्यू का नाटक बंद करे, इस योजना को तुरंत बिना लाग लपेट के वापस लिया जाए। ये योजना युवाओं को अग्नि में झोकने वाली योजना है।’ कन्हैया कुमार ने यह भी कहा है कि ‘चार साल बाद अगर युवा सेना में भर्ती नहीं हो पाए तो उनका ब्याह नहीं होगा।’ 

बता दें कि अग्निपथ को लेकर हो रही हिंसा पर कन्हैया कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय बेरोजगारी दर से बिहार की बेरोजगारी दर दुगुनी है। वहां सबसे ज्यादा विस्थापन हो रहा है। कहीं भी भर्ती नहीं हो रही है जबकि सीट खाली है इसीलिए नौजवानों के सब्र का बांध टूट गया है। यही वजह है कि हिंसा कर रहे हैं। हम उनसे अपील करते हैं कि हिंसा ना करें, कांग्रेस उनके साथ खड़ी है।