राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा 22 अक्टूबर को गुरुग्राम में आयोजित रोजगार मेले में शामिल हुए, जहां उन्होंने सेक्टर-44 स्थित अपेरल हाउस में रोजगार मेला में केंद्र सरकार की नौकरियों के लाभार्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि आप वह भाग्यशाली लोग हैं, जिन्हें विकसित बनाने में अपनी प्रमुख भूमिका और दायित्व निभाना है। यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर है।

जेपी नड्डा क्या बोले?

जेपी नड्डा ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि अमृतकाल में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक, जब हम आजादी का 100वां साल मनाएंगे तो भारत एक विकसित भारत होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत विकसित देश बनने का लक्ष्य पूरा करेगा। पूर्ण विकसित भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है। जेपी नड्डा के इस बयान पर सोशल मीडिया पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

@AshwaniKamalSo1 यूजर ने लिखा कि बस आप लोग सत्ता से दूर रहो जनता खुद कर लेगी। आपकी अब दोबारा जरूरत नहीं है। @Jay23Sharma यूजर ने लिखा कि झूठ मत बोला करो नड्डा जी। भारत यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी के के दूरदर्शी नेतृत्व में जगतगुरु बनकर विकसित हो चुका है। सचिन यादव नाम के यूजर ने लिखा कि विकसित होना चाहिए नाकि होगा, फर्क होता है दोनो में और ये इतना लंबा टारगेट दे रहे हैं। पहले इनसे पूछो कि 2022 का टारगेट पूरा हो गया क्या? जो 2022 के सपने दिखाए थे।

@MadanRao8 यूजर ने लिखा कि 2 या 5 वर्ष में देश की दशा सुधारने का दावा करते-करते अब 2047 पर पहुंच गए। @drpkumar09 यूजर ने लिखा कि 2014 के चुनावों में सब कुछ 2022 में होना था, किसानों की आय दुगनी, सबको रोजगार, महिलाओं को सुरक्षित व्यवस्था, बेहतर स्वास्थ्य सेवा और अब सब कुछ 2047 में क्यों शिफ्ट हो गया हैं। @devumendra यूजर ने लिखा कि नड्डा भारत को अभी भी विकसित राष्ट्र की श्रेणी में नहीं मानते हैं, शर्म नहीं आती नड्डा जी?

बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि कुल वैश्विक डिजिटल लेनदेन में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी भारत की है। हम रक्षा क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हम हथियारों के निर्यातक बन गए हैं। अब हम लेने वाले नहीं, बल्कि देने वाले राष्ट्र बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए हमें सर्वांगीण विकास करना है। इसके लिए कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।