जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा के तमाम नेताओं ने दिग्विजय सिंह के इस बयान को लेकर कांग्रेस पर हमला किया। इस को लेकर अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपना बयान जारी कर दिया है लेकिन वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह मीडिया पर भड़कते हुए नजर आ रहे हैं।

पत्रकारों पर भड़क गए जयराम रमेश!

वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दिग्विजय सिंह से बात करने के बाद मीडियाकर्मी जयराम रमेश से सवाल पूछने की कोशिश करते हैं तो वह माइक को धकेल देते हैं। इसके बाद वह कहते हैं कि हमें चलने दीजिये। मीडियाकर्मियों से उनसे पूछा कि क्या ऐसे बयानों से बचना चाहिए? इस पर उन्होंने मीडिया के लोगों को वहां से धकेलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री (PM Modi) से सवाल पूछिए। इतना ही नहीं, एक और वीडियो वायरल जिसमें एक चैनल के पत्रकार को भी जयराम रमेश धक्का मारकर दिग्विजय सिंह से दूर करते दिखाई दिए।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

वायरल वीडियो पर @bbjournalist यूजर ने लिखा कि दिग्विजय सिंह की मुस्कुराहट देखने वाली थी। @deepak_64 यूजर ने लिखा कि मोहब्बत की दुकान से नफरत फैला रहा हूं, जो इज्जत कमाई 150 दिनों में राहुल गांधी ने, मिलकर उसे लुटा रहा हूं। @awasthis यूजर ने लिखा कि जयराम रमेश साहब को मीडिया के माइक पर हाथ मारने और झटकने की बजाये अपने साथी दिग्विजय सिंह जी को वैसे ही झटकना चाहिए था। क्या वो ऐसा करते किसी को दिखे? अपने घर और घरवालों पर ध्यान देंगे तो बेहतर होता। @meriteshkashyap यूजर ने लिखा कि जयराम रमेश ने दिग्विजय सिंह को माइक पर बोलने से क्यों किया मना? मतलब समझ रहे हो ना आप।

@adolitics यूजर ने लिखा कि जयराम रमेश जी आपको पत्रकार की जगह दिग्विजय सिंह को धक्का मारना था, जिन्होंने हमारे सेना की वीरता पर सवाल उठाया। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लिखा कि दिग्विजय सिंह की जुबान में कांग्रेस की असली सोच है और जयराम रमेश के पास उसे छिपाने वाली कला। पत्रकार भाई अपने सवाल पर कायम था लेकिन दिग्गी राजा को ऐसे खींच कर ले गए मानो उन्हें मीडिया से बात करना ही नहीं आता। पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने लिखा कि जयराम रमेश बीते दो दिनों से पत्रकारों को सवाल पूछने से इसलिए रोक रहे हैं, क्योंकि वो राहुल गांधी के राजनीतिक गुरु दिग्विजय सिंह को सेना के खिलाफ बयान देने से नहीं रोक सकते।

बता दें कि दिग्विजय सिंह (Digvijya Singh) के बयान पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि हमारी सेना जो भी करे उसके लिए सुबूत की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने जो कहा वो उनकी निजी राय है, कांग्रेस और मैं इससे बिल्कुल सहमत नहीं हूं। दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सरकार ने आज तक संसद में सर्जिकल स्ट्राइक का कोई सुबूत पेश नहीं किया।