पंजाब नेशनल बैंक घोटाले मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम पर जारी हुआ रेड कॉर्नर नोटिस से हटा दिया गया है। नोटिस अब इंटरपोल की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है। चोकसी के वकील, विजय अग्रवाल ने बताया कि, “हमारी कानूनी टीम के प्रयासों और मेरे मुवक्किल के मामले की वास्तविकता के कारण रेड कॉर्नर नोटिस रद्द कर दिया गया है, अंततः सत्य की जीत हुई है।” हालांकि अब इस मामले को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है।

मेहुल चोकसी मामले पर कांग्रेस ने कसा तंज

कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा गया है कि PM मोदी का चहेता मेहुल ‘भाई’ चोकसी अब वांटेड नहीं रहा। भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस हटा लिया है। PM मोदी जवाब दें कि आपके ‘मेहुल भाई’ को देश वापस कब लाया जाएगा। 5 साल से फरार है, अब और कितना वक्त चाहिए? वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे को लेकर तंज कसा है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने किया ट्वीट

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि “विपक्षी नेताओं के लिए ED-CBI, पर मोदी जी के “हमारे मेहुल भाई” के लिए इंटरपोल से रिहाई। जब “परम मित्र” के लिए कर सकते हैं संसद ठप्प, तो “पुराना मित्र” जिसको किया था 5 साल पहले फ़रार, भला उसकी मदद से कैसे करें इंकार? डूबे देश के हज़ारों-करोड़, “न खाने दूंगा” बना जुमला बेजोड़!” सोशल मीडिया पर लोग इस पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

एक यूजर ने लिखा कि सच्चाई यह है कि इंटरपोल ना तो अपने आप रेड नोटिस जारी करता है और ना अपनी मर्जी से उसे हटाता है। मेंबर देश के अनुरोध पर ही ऐसा होता है इसका मतलब साफ है कि भारत सरकार ने रेड नोटिस हटाने के लिए कहा है। @GurjarAryaveer यूजर ने लिखा कि कथनी और करनी में अंतर होने के कारण, कांग्रेस को अडानी मामले में जनता व कार्यकर्ताओं का समर्थन नहीं मिल रहा। जब अडानी पर मेहरबान गहलोत पर कांग्रेस का जोर नहीं चलता तो भला मोदी पर क्या दबाव बनाएगी?

अशोक बसोया ने लिखा कि मेहुल चौकसी अब इंटरपोल की नज़र में भगौड़ा नहीं रहा इंटरपोल ने उस पर से रेड कॉर्नर नोटिस वापिस ले लिया है। अब वह भारत छोड़कर पूरी दुनिया में कहीं भी आराम से आ जा सकता है। सवाल उठता है कि इस मेहरबानी के पीछे ज़िम्मेदार कौन? सरकार जवाब दें। एक यूजर ने लिखा कि अमृतकाल का सीधा लाभ देश के ठगों और भगोड़ों को मिल रहा है ऐसे लोगो पर ही मोदीजी की सरकार नियम को ताक पर रखकर खूब कृपा बरसा रही है। @INC_Television ने लिखा कि बैंकिंग घोटाले एवम धोखाधड़ी में मोस्ट वांटेड मेहुल चौकसी अब मोदी सरकार में वांटेड व्यक्ति नहीं है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जिस चौकसी को मेहुल भाई कह कर पुकारते थे।

बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में 14 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में फंसने के बाद मेहुल चोकसी 2018 में देश छोड़कर भाग गया था। 10 महीने बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ। मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है लेकिन फिलहाल रेस कॉर्नर नोटिस को लेकर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है।