गुरुवार को भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है। अब एक डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत 75.09 हो गई है। रुपया बुधवार को 74.26 के स्तर पर बंद हुआ था। डॉलर में गुरुवार को रुपया ही नहीं बल्कि दूसरी एशियाई मुद्राओं के मुकाबले भी तेजी देखी जा रही है। एशिया में निवेशकों द्वारा मुद्राओं, बॉन्ड्स और स्टॉक्स बेचे जाने के कारण डॉलर में यह तेजी आ रही है।
पहली बार रुपए को 75 के पार जाने पर मशहूर कवि कुमार विश्वास ने तंज कसा है। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर पूछा है कि रुपए ने मार्गदर्शक-मंडल की सदस्यता ले ली?
कुमार विश्वास का ये ट्वीट वायरल हो रहा है। लोग लिख रहे हैं कि अभी तो रुपया मार्गदर्शक मंडल में शामिल हुआ है..जल्द ही ये लाल कृष्ण आडवाणी की उम्र को भी क्रॉस कर देगा।
रुपए ने मार्गदर्शक-मंडल की सदस्यता ले ली? https://t.co/iyMMnXx9y6
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 19, 2020
कुमार विश्वास के अलावा तमाम सोशल मीडिया यूजर्स नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार को रुपए में गिरावट के लिए ट्रोल कर रहे हैं। लोग लिख रहे हैं कि कोई बात नहीं रुपया ही तो गिर रहा है बाकी राष्ट्रवाद तो अपने चरम पर है ना। लोग लिख रहे हैं कि नरेंद्र मोदी की सरकार और पया दोनों गिर रहे हैं। कुछ यूजर्स ने तंज कसते हुए लिखा कि कोई बात नहीं रुपया 75 के पार पहुंच गया..अभी भी पाकिस्तान से तो बेहतर ही है ना।
dear gravity , please behave.
— Prajay Naik (@prajay_naik) March 19, 2020
But still indian is stronger than pakistan’s currency …
This no-one will tell u— Rishi (@SunoRishi) March 19, 2020
Ab Rupee ka naam badal kar Dinar karna padega
— Kishan (@chauhan_kishan_) March 19, 2020
Modi governance & rupee both are falling.
— khushant (@khushant4) March 19, 2020
Koi modiji ko kucch nahi bolega…Sab corona ki wajah se hua he.
— Ashish Pawar (@AshishPawar38) March 19, 2020
Isn’t this the retirement age in BJP ??
— RKS (@rksingh2021) March 19, 2020
Kuch log khenge corona ki wajah se hua hai ye….. Corona to USA me hi hai wha ki currency kyu nhi gir rahi?
— Sanjay Kumar (@Sensiblesanjay9) March 19, 2020
अर्थव्यवस्था के जानकारों का मानना है कि डॉलर में भारी तेजी के बीच विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय शेयर और बॉन्ड्स बेचे जाने के चलते रुपये में गिरावट आ रही है। विदेशी निवेशक तेजी से भारतीय बाजार से लगातार अपना पैसा निकाल रहे हैं, जो कि भारतीय शेयर बाजारों में मंदी का भी एक बड़ा कारण है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि विदेशी निवेशक इस महीने अब तक 38,188 करोड़ रुपए के शेयर बेच चुके हैं।