प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। जानकारी के अनुसार, मनी लांड्रिंग मामले में राहुल गांधी को दो जून और सोनिया गांधी को 8 जून को बुलाया गया है। इस मामले को 2015 में बंद कर दिया गया था और जिसे अब फिर से खोला गया है। सोनिया और राहुल गांधी समन भेजे जाने के बाद कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी तो सरकार पर हमलावर हो गये हैं।
ट्विटर पर इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा, ‘कांग्रेस जब उस दौर में अंग्रेजी हुकूमत के ज़ुल्म से नहीं डरी, तो ED का नोटिस हमें क्या डरायेगा, श्रीमती सोनिया गांधी जी, श्री राहुल गांधी जी और कांग्रेस की हिम्मत को क्या खाक तोड़ पाएगा। तुम्हारी हर साजजिश से, तुम्हारी हर नोटिस से न कल डरे थे, न आगे डरेंगे।’
लोगों की प्रतिक्रियाएं: रूबी खान ने लिखा कि ‘बिलकुल इमरान , राज्यसभा चुनाव नजदीक आ गए और इनके चुनावी ड्रामे शुरू हो गए हैं।’ अहमद खान ने लिखा कि ‘कांग्रेस के खिलाफ ED का इस्तेमाल करना बीजेपी का, विनाश काले विपरीत बुद्धि जैसा साबित होगा। देश समझ रहा है ‘भारत जलाओ पार्टी’ का हथकंडा। जनता जवाब देगी।’
लकी शर्मा ने लिखा कि ‘कांग्रेस की स्थापना ही अंग्रेजो ने की थी,अपने संस्थापको से कौन डरता है भला!’ दीपक गोयल ने लिखा कि ‘अगर चार्जशीट दायर की जाती है तो आप इसे रद्द करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे लेकिन सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने जमानत मांगी। इसका मतलब है कि वे दोषी हैं।’
कुलभूषण ब्यास नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राज्यसभा के टिकट की क़ीमत तो अदा करना बनता है….लगे रहो।’ पंकज शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अब आपका हो गया, मोदी विरोध का इनाम मिल गया, बस अब इससे आगे की मत सोचना परिवारवादी पार्टी में।’ दीपक गोयल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अंग्रेज द्वारा बनाई गई पार्टी के कार्यकर्ता अंग्रेजों के जुर्म की बात करें, ये शोभा नहीं देता।’
जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी विदेश में हैं और उनकी तरफ से पेशी के लिए दूसरी तारीख देने की मांग की गई है, जबकि सोनिया गाांधी खुद ईडी के दफ्तर जाएंगी और सभी सवालों के जवाब देंगी। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल 12 अप्रैल को ईडी की पूछताछ का सामना कर चुके हैं।