हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि अगर कोई एंबुलेंस आ रही है तो सबसे पहले उसे रास्ता देना चाहिए। अधिकतर लोग ऐसा करते भी हैं लेकिन कुछ एंबुलेंस ड्राईवर बेवजह सायरन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा ही एक मामला हैदराबाद से सामने आया है, जहां एक एंबुलेंस ड्राईवर बिना किसी मरीज के ही सायरन बजा रहा था। जब उसे जाने के लिए जगह दी गई तो वह एक दुकान पर एंबुलेंस खड़ी कर कोल्डड्रिंक पीने लगा।
बेवजह सायरन बजा रहा था एंबुलेंस ड्राईवर
एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मी एंबुलेंस में सवार व्यक्ति से पूछता है कि जब मरीज नहीं है तो आपने सायरन क्यों बजाया? इस पर व्यक्ति कहता है कि भूख लगी थी तो कुछ खाने के लिए आ गये। पुलिसकर्मी कहता है कि सायरन के इस्तेमाल को लेकर आपके पास कोई जानकारी नहीं है क्या? व्यक्ति कहता है कि जानकारी है लेकिन भूख तेज लगी थी तो चले आये।
पुलिसकर्मी ने ड्राईवर से की पूछताछ
पुलिसकर्मी व्यक्ति से कहता है कि आपने सायरन बजाया तो हमें अन्य गाड़ियों को रोककर आपको जगह दी कि कोई मरीज है और आप यहां साइड में खड़े होकर ये सब कर रहे हो। ये गलत है, मैं इसकी शिकायत करूँगा। पुलिसकर्मी ने इस पूरी बातचीत का वीडियो भी बना लिया जिसे अब सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है।
यह वीडियो आईपीएस अधिकारी अंजनी कुमार ने ट्विटर पर शेयर किया है। जिस पर लोगों की भी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘कांस्टेबल को सलाम किया जाना चाहिए कि उसने ऐसे लोगों को रोका और पूछताछ की। इससे रोक जरूर लगेगी।’ एक अन्य ने लिखा, ‘उस अधिकारी की सराहना की जानी चाहिए, जिसने व्यक्तिगत रूप से एम्बुलेंस का पीछा किया और सायरन के दुरुपयोग के बारे में पूछताछ की।’
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘मैंने ऐसा कई बार देखा है कि पुलिस में लगे सायरन भी बेवजह बजते रहते हैं, उनपर भी रोक लगाने की कोशिश की जानी चाहिए।’ एक अन्य ने लिखा, ‘ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई होनी चाहिए, जिनके ड्राईवर बेवजह ट्रैफिक में सायरन बजाते हैं। इन्हीं लोगों की वजह से एंबुलेंस को रास्ता देने से कतराने लगे हैं।’
पुलिस उपायुक्त राहुल हेगड़े ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, ”यह कोई आपातकालीन स्थिति नहीं थी। एम्बुलेंस चालक सायरन का दुरुपयोग न करें। अगर यह आपात स्थिति थी तो उन्हें अस्पताल जाना चाहिए था।’ हम अस्पताल प्रशासन को भी सूचित करने जा रहे हैं कि अगर इस तरह से नियमों का बार-बार उल्लंघन किया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।