कांग्रेस के पूर्व नेता और डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी को लेकर टिप्पणी की तो सोशल मीडिया पर कई लोग उनपर तंज कस रहे हैं। गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी की तारीफ की है और उन्हें उदार नेता बताया है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के बड़े नेता थे, जिन्होंने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बना ली है।

क्या बोले गुलाम नबी आजाद?

गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा है कि मैंने उनके साथ जो किया उसके लिए मुझे मोदी को श्रेय देना चाहिए। वह बहुत उदार था। विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा चाहे वह धारा 370 हो या सीएए या हिजाब। मैंने कुछ बिलों को पूरी तरह से विफल कर दिया, लेकिन मुझे उन्हें श्रेय देना चाहिए कि उन्होंने एक राजनेता की तरह व्यवहार किया, उसका बदला नहीं लिया।

आ रहे ऐसे कमेंट्स

पीएम मोदी को लेकर गुलाम नबी आजाद की इस टिप्पणी पर लोग तंज कस रहे हैं। @PoornimaNimo यूजर ने लिखा कि कांग्रेस छोड़ने के बाद लोग मोदी जी तारीफ करने लगते हैं, कोई जानता है क्यों? अजीत अंजुम ने लिखा कि अब इनको क्या चाहिए? @s_karkala यूजर ने लिखा कि आजाद जी अपना बंगला कब खाली करेंगे, दो साल से अधिक का वक्त बीत चुका है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि गुलाम नवी आजाद ने लिखा कि कांग्रेस के लिए अच्छा काम किया है और कांग्रेस ने अच्छा सम्मान दिया है और अच्छा पद बहुत समय दिया है। मेरे हिसाब से आपने एक तानाशाह की तारीफ करके बहुत बड़ी गलती की है जिसे कोई सही नहीं ठहरा सकता।

@ChanakyaNeeti2 यूजर ने लिखा कि ये इसलिए हो रहा है ताकि सरकारी बंगला बचा रहे। वरना राहुल गांधी की तरह बंगला खाली करना पड़ेगा। सच्चाई के लिए लड़ने के लिए कमर में रीढ़ का होना आवश्यक है। गुलाम तो कोई भी बन सकता है। @dr_sinhal यूजर ने लिखा कि आप उनको राजनीतिक रूप से नुकसान नहीं पहुंचा सकते, आप इतने पुराने नेता हैं वो आपका इस्तेमाल राजनीतिक रूप से फायदे के लिए जरूर करेंगे। एक यूजर ने लिखा कि ये गुलाम कभी आजाद हुआ करते थे। कांग्रेस पार्टी ने इनको विधायक, सांसद, पार्टी महासचिव, केंद्रीय मंत्री, नेता सदन तक बनाया! और आज ये किसी और के गुण गा रहे हैं।

बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त 2022 को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। आजाद ने पांच पन्नों का पत्र लिखकर सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था। उन्होंने पार्टी पर कई तरह के सवाल उठाये थे और कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा की जगह उन्हें कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए।