नई दिल्ली में नाबालिग लड़की से हुए रेप मामले पर चल रही एक लाइव डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक भाजपा प्रवक्ता पर भड़क गई। राजस्थान में हो रहे अपराध का जिक्र भाजपा प्रवक्ता द्वारा किए जाने पर उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराध के खिलाफ वसुंधरा राजे धरना दें। उनके इस बात पर गौरव भाटिया ने पलटवार भी किया।

आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ पर चल रही एक डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता कांग्रेस प्रवक्ता में जोरदार बहस होने लगी। शो के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया से सवाल पूछा कि सियासत कहकर इसको टाला नहीं जा सकता। परिस्थितियां बदलती नहीं परिस्थितियां भुनाने के लिए सब पहुंच जाते हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि सरकार की एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है राजनीति की बात तो बाद में कर लेंगे। उन्होंने राजस्थान की बात करनी शुरू की तो अंजना ओम कश्यप ने कहा कि आ गए राजस्थान पर…।

इस बात पर गौरव भाटिया ने कहा कि अगर आप मना करती है तो मैं राजस्थान पर सीएम अश्लोक गहलोत का दिया बयान नहीं पढ़ूंगा। इस पर एंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा कि स्टेट पर मत पड़िए.. यह मामला बहुत गंभीर और संवेदनशील है। इस पर गौरव भाटिया ने कहा कि, ‘ अंजना जी मैं आपकी बात पूरी कर लूं? मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ अपनी बात रखूंगा। सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि अनुसूचित जनजाति की महिलाएं रेप का झूठा केस लिखवाती है।’ इस पर रागिनी नायक ने जवाब देते हुए कहा कि मैं ऐसे मसले पर छीछालेदर बिल्कुल नहीं करना चाहती।

इसी डिबेट के दौरान रागिनी नायक ने गौरव भाटिया पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध इतना बढ़ रहा है तो वसुंधरा राजे जाएं, गजेंद्र सिंह शेखावत जाएं, नरेंद्र मोदी जाएं धरना दे वहां पर प्रदर्शन करें। अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। इस पर गौरव भाटिया ने रागिनी नायक पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर राजस्थान में बलात्कार हो रहा है तो विपक्ष की जिम्मेदारी है और दिल्ली में हो रहा है तो वह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है?

इस पर कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि मैं इनके बीच में नहीं बोलती हूं तो यह भी मेरे बीच में न बोलें। उन्होंने चलाते हुए कहा कि क्या राजस्थान में डीएम ने जाकर परिवार को धमकाया था कि एफआईआर मत दर्ज कराइए। उनकी इस बात पर गौरव भाटिया ने अखबार की एक खबर दिखाते हुए कि पढ़िए इसको, वहां एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी।