सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एसए बोबडे मंगलवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। वह आरएसएस के मुख्यालय नागपुर में संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी से भी मिले। इससे पहले वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार के घर भी गए थे।
पूर्व CJI बोबडे और संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात पर सोशल मीडिया पर लोग तमाम तरीके के रिएक्शन दे रहे हैं। @asanand4 ट्विटर अकाउंट से इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा गया कि क्या पहले भी किसी जस्टिस ने इस प्रकार से मुलाकात की है? एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि तो फिर राज्यसभा की सीट पक्की समझे बोबडे जी?
@DhoopAswini नाम के एक ट्विटर हैंडल से कमेंट आया कि भाई इन्हें भी पकड़ाइए कोई झुनझुना, बेचारे कब तक जूते घिसते रहेंगे। एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि लगता है सांसद बनने की लालसा है। @AdvSKamble ट्विटर हैंडल से लिखा जाता है कि क्या इनको भी राज्यसभा जाना है। संजू वर्मा नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि राज्यसभा का रास्ता ढूंढा जा रहा है।
@Amitmathurlive ट्विटर अकाउंट से कमेंट आता है कि देश में RSS की सरकार चल रही है जिसमें बड़े-बड़े पदों पर विराजमान RSS के एजेंडे को चला रहे हैं और यह सब जातिवाद लोग हैं जिनका मुख्य उद्देश्य दलित आदिवासी पिछड़ों के हक अधिकार को समाप्त कैसे किया जाए इस रणनीति में लगे हैं। एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि वाह क्या लोकतंत्र है और क्या न्याय व्यवस्था है। ऐसे लोग जब अपने पद पर काबिल रहेंगे तो लोगों का तो सत्यानाश होना तय है, और तो और लोगों का न्याय व्यवस्था से भी विश्वास ही खत्म हो जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि एसए बोबडे अप्रैल 2021 में प्रधान न्यायाधीश के पद से रिटायर हुए हैं। उन्होंने देश के 47 वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में नवंबर 2019 में शपथ ली थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में अयोध्या जन्म भूमि के ऐतिहासिक फैसले सहित कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए थे। बता दें कि पूर्व CJI जस्टिस बोबडे का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर में ही हुआ था।