विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन से जुड़ी नीति पर चर्चा करते हुए विपक्ष द्वारा उठाये गए कई सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने चीन को बड़ी अर्थव्यस्था वाला देश बताते हुए कहा कि हम उसे लड़ाई नहीं कर सकते हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने कई तरह के सवाल करते हुए एस जयशंकर पर तंज कसा।

एस जयशंकर ने चीन पर कही ऐसी बात

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एस जयशंकर समाचार एजेंसी ANI से बात कर रहे हैं। इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि विपक्ष आरोप लगाता है कि भारत सरकार चीन के मामले में डिफेंसिव रहती है और चीन के कुछ कर लेने के बाद ही कदम उठाती है? इसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा,”नहीं….ऐसा बिलकुल नहीं है.. हमें ये समझना होगा कि वे हमसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। इसका मतलब ये है, हमें ऐसे में क्या करना चाहिए? एक छोटी इकॉनमी होते हुए..क्या हम आगे बढ़कर अपने से बड़ी इकॉनमी से लड़ाई कर लें?”

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां सवाल रिएक्टिव होने यानी बाद में कदम उठाने का नहीं है..यह सवाल कॉमनसेंस के इस्तेमाल का है। विदेश मंत्री ने राहुल गांधी द्वारा चीन के मुद्दे पर उठाये जाने वाले सवालों पर कहा कि एलएसी पर भारतीय सेना को पीएम नरेंद्र मोदी ने ही भेजा था, राहुल गांधी ने ऐसा नहीं किया था। इसके साथ उन्होंने चीन के मुद्दे पर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।

विदेश मंत्री के वायरल वीडियो पर लोगों ने यूं की खिंचाई

@ayushconnects नाम के के ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”हम तो तब भी आंख में आंख मिलाकर अंग्रेजों से बात करते थे, अब चीनियों से भी करेंगे। भाजपा का क्या है, आज है कल नहीं होगी। देश हज़ारों सालों से है और अनंतकाल तक रहेगा।” @Pradeep80032145 नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया- महाराणा प्रताप के सेनापति ने कभी नहीं कहा कि अकबर हमसे बड़ी सेना है, इसलिए लड़ नहीं सकते हैं?

@DineshP777 नाम के एक यूजर ने विदेश मंत्री का बचाव करते हुए कहा- विदेश मंत्री जी का वक्तव्य ध्यान से सुनिये … उनका आशय कि अपने से से बड़ी अर्थव्यवस्था व क्षेत्रफल वाले वाले चीन पर हम हमला कैसे कर सकते हैं। यह कूटनीतिक भाषा होती है, उन्होंने यह नहीं कहा कि हमला होने पर हम नेहरू जी की तरह हिन्दी चीनी भाई भाई रटते हुये कर सरेंडर कर देंगे। @Virubhai61Vs नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया- सका मतलब यह है कि कोई ताकतवर व्यक्ति हमारी बीवी, घर,खेत,जमीन, दुकान पर कब्जा जमा लें तो हम उससे डरकर उसको सब सौंप देंगे? शास्त्रीजी ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी युद्ध लड़कर जीता था, डरकर भागे नहीं थे।

जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एस. जयशंकर के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि मतलब चीन अतिक्रमण करे हम मूक दर्शक बने रहेंगे? ऐसे वक्तव्य का उस सैनिक पर क्या असर होता है जो जान की बाज़ी लगा कर सरहद की रक्षा कर रहा है?