प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ब्रह्माकुमारी संस्था के द्वारा आयोजित ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा दे रहे थे। इस दौरान उनकी जुबान लड़खड़ा गई। जिसके बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेताओं के साथ आम ट्विटर यूजर भी उनके इस वीडियो पर चुटकी लेने लगे।
दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी ने इस संबोधन के दौरान कहा कि हाल के आंकड़ों से पता चला है कि बेटी बचाओ, पढ़ाओ अभियान की सफलता के बाद सालों बाद देश में स्त्री और पुरुष का अनुपात भी बढ़िया हुआ है। इसी दौरान उनकी जुबान लड़खड़ा गई और वह कुछ और कह बैठे। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने इस वीडियो को शेयर कर लिखा – टेलीप्रॉम्प्टर ही नहीं अब तो ज़ुबान भी लड़खड़ा रही है, पॉंच राज्यों में हार का डर है या कुछ और?
यूपी कांग्रेस की ओर से इस वीडियो को शेयर कर कमेंट किया गया कि ये कौन सा अभियान लॉन्च कर दिया। राष्ट्रीय जनता दल कि ट्विटर अकाउंट से लिखा गया – यह प्रधानमंत्री जी क्या बोल रहे है? टेलिप्रॉम्पटर का गलती है क्या जी? कांग्रेस नेता केशव चंद यादव ने कमेंट किया कि नीयत में ही खोट है।
पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा, “आज फिर टेलीप्रांपटर ने धोखा दे दिया क्या?” भारती चतुर्वेदी नाम की एक यूज़र लिखती हैं – क्या उन्होंने सच में ये कहा है। अविश्वसनीय है। रिया नाम की एक टि्वटर यूजर्स ने कमेंट किया कि भाजपा से बस यही उम्मीद की जा सकती है। राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में चुप्पी साधेंगे और बेटी को पढ़ने के बजाय बेटी को…की बात करेंगे।
नितेश शर्मा नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि अगर इस तरह का बयान राहुल गांधी जी ने दिया होता तो बीजेपी और मीडिया न जाने क्या कर डालती। दीपक नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि यह किस अभियान की बात कर रहे हैं प्रधानमंत्री जी? जानकारी के लिए बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया जब अंधकार के गहरे दौर में थी, महिलाओं को लेकर पुरानी सोच में जकड़ी थी, तब भारत मातृशक्ति की पूजा, देवी के रूप में करता था। हमारे यहां गार्गी, मैत्रेयी, अनुसूया, अरुंधति और मदालसा जैसी विदुषियां समाज को ज्ञान देती थीं।