पांच अगस्त को कांग्रेस के नेताओं द्वारा काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन करने पर भाजपा नेताओं ने इसे राम मंदिर शिलान्यास के दिन से जोड़कर हमला बोला। भाजपा नेताओं का कहना है कि पांच अगस्त को राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। कांग्रेस इसी के विरोध में काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन कर रही है। अब दिग्विजय सिंह ने इस पर जवाब दिया है।
दिग्विजय सिंह ने अमित शाह के बयान पर किया पटलवार
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया है कि ‘अमित शाह जी मोदी जी प्रयागराज कुंभ मेले में गंगा स्नान काले कपड़े पहन कर रहे हैं। इस पर कुछ कहेंगे?’ दिग्विजय सिंह ने पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय शंकर सिंह के एक ट्वीट को रिट्वीट कर यह लिखा है।
पूर्व आईपीएस ने कसा तंज
विजय शंकर सिंह ने ट्वीट में लिखा था कि ‘मोदी जी की यह फोटो, काले कपड़ो में फरवरी 2019 की है। जब वे प्रयाग कुंभ में स्नान कर रहे हैं। काले कपड़े पहन कर महंगाई आदि जनहित के मुद्दो पर किए गए प्रदर्शन के बारे में यह कहा जा रहा है कि काले कपड़े, राममंदिर के विरोध में थे तो क्या इस स्नान को कुंभ का विरोध कहा जा सकता है?’
इसके साथ ही पीएम मोदी की तस्वीर शेयर कर उन्होंने लिखा कि ‘मेरा उत्तर होगा, बिलकुल नहीं। किन कपड़ो मे कोई स्नान करता है यह उसकी मर्जी है। इसी प्रकार, आंदोलन कैसे हो, यह उसकी रणनीति बनाने वाले जानें। कपड़ों से पहचानना छोड़िए सरकार, रोटी कपड़ा और मकान पर बात कीजिए।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
अनिल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लोकतंत्र में विरोध दिखाने के लिए काले कपड़े से बेहतर कोई कलर नहीं। भगवान के सभी कार्य तिथि के हिसाब से तय किए जाते है, तारीख के हिसाब से नहीं। मुद्दो से भटकाने से अब बात नहीं बनने वाली। विरोध महंगाई का था और रहेगा।’ अनुभव तिवारी ने लिखा कि ‘ये भी तो नेहरू की ही गलती है।’
बता दें कि कांग्रेस के नेताओं ने जब काले कपड़े पहनकर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया था, तब गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी ने ये विरोध प्रदर्शन महंगाई या बेरोजगारी के खिलाफ नहीं किया है, बल्कि आज ही दिन क्योंकि राम जन्म भूमि का शिलान्यास हुआ था। ऐसे में इसके विरोध में पार्टी ने काले कपड़े पहन ये प्रदर्शन किया।