सनातन धर्म पर टिप्पणी करने के बाद एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन विवादों में आ गए हैं। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उदयनिधि ने कहा था, “सनातन धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है और इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए और इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए।” इस पर लोगों की खूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। अब बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भी पलटवार किया है।

उदयनिधि स्टालिन पर क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री?

आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कुछ लोग सनातनी होकर भी सनातन की जड़ें काटते हैं। स्टालिन की बुद्धि फिर गई है। उनको अंदर से ऐसा लगा रहा होगा जैसे उनका दिमाग खराब हो गया हो। पागलखाने की जरूरत है। वो कह रहे हैं कि सनातन को मिटा देना चाहिए, जैसे उनके बाप की बपौती हो। भाई साहब, सनातन तब तक रहेगा जब तक सूरज चांद रहेगा।

‘दादा परदादा चले गये तुम भी चले जाओगे’

धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि दादा परदादा चले गये तुम भी चले जाओगे, सनातन को मिटाना तो दूर की बात है। सनातन के एक बच्चे को तुम मिटा नहीं पाओगे। ये राम राज्य है, भारत के लोगों से प्रार्थना है कि ऐसे लोगों को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए ताकि वो भारत से ठठरी और गठरी दोनों बंधवा लें। हम, साधु और व्यासपीठ बेबाकी से नहीं बोलेंगे तो कौन बोलेगा?

विवाद बढ़ने के बाद क्या बोले उदयनिधि?

बता दें कि विवाद बढ़ने के बाद भी तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और फर्जी खबरें फैला रही है, यह उनका सामान्य काम है।

खुद को वकील बताने वाले विनीत जिंदल नाम के एक शख्स ने दिल्ली पुलिस आयुक्त, उत्तर-पश्चिम पुलिस उपायुक्त और दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के पास शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उदयनिधि का बयान नफरत फैलाने वाले भाषण के समान हैं।

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण , केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और कई अन्य वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता ने तमिलनाडु के मंत्री और उनकी पार्टी पर तीखा हमला बोला है।