प्रकाश की गति (स्पीड ऑफ लाइट) क्या है? इसकी खोज 340 साल पहले की गई थी। गूगल बुधवार (7 दिसंबर) को प्रकाश की गति (स्पीड ऑफ लाइट) पता लगाने की 340वीं सालगिरह मना रहा है। इसके लिए गूगल ने खास डूडल तैयार किया है। 7 दिसंबर 1976 को यूरोप के पहले साइंटिफिक जर्नल the Journal des sçavans ने इस खोज के बारे में छापा था। यह जर्नल अभी भी चलता है और वर्तमान में इसे Journal des Savants के नाम से जाना जाता है।
प्रकाश की गति का पता डेनिश खगोलविद ओले क्रिस्टेंसेन रोमर ने लगाया था। रोमर से पहले गैलीलियो और न्यूटन जैसे महान वैज्ञानिकों काफी कोशिश के बाद भी प्रकाश के वेग को नहीं जान पाए थे। पहली बार 1676 में प्रकाश का वेग निर्धारित किया था। रोमर ने अपनी रिसर्च को 1673 में शुरू किया था जब वह बृहस्पति के चंद्रमा आयो (Io) का निरीक्षण कर रहे थे। उस दौरान बृहस्पति गृह के अवलोकन के दौरान 140 वां चंद्र ग्रहण लगा था।
रोमर ने पाया कि आयो के दिखायी देने के समय के अंतर तथा बृहस्पति और पृथ्वी के मध्य दूरीयों मे आने वाले अंतर से प्रकाशगति की गणना कर सकते है। रोमर ने गणना की और प्रकाशगति को 210,000 किमी/सेकंड पाया। हालांकि इसके बाद कई वैज्ञानिकों ने इस संबंध में नए आंकड़े प्राप्त किए। वर्तमान विज्ञान के अनुसार प्रकाशगति लगभग 300,000 किमी/सेकंड है। इसी खोज को मनाने के लिए गूगल ने एक अनोखे प्रकार का एनिमेटेड डूडल तैयार किया है।