दिल्ली के प्रगति मैदान के टनल में हुई लूट पर खूब राजनीति हुई। दिल्ली सीएम केजरीवाल ने तो कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए एलजी से इस्तीफा तक मांग लिया। सोशल मीडिया पर इस लूट का वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में थी। दिल्ली पुलिस पर इस लूट में शामिल सभी अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने का दबाव था।
1600 लोगों से पूछताछ, 2000 गाड़ियां सीज
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने लूट में शामिल पांच अपराधियों को पकड़ने के लिए करीब 1600 लोगों को हिरासत में लिया, उनसे पूछताछ की। इतना ही नहीं, करीब 2000 गाड़ियों को भी पुलिस ने जब्त कर लिया। आखिरकार इस लूट में शामिल पाँचों अपराधियों को पकड़ लिया गया। कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 2 की गिरफ्तारी घटना के दिन ही हुई थी जबकि पांच फरार चल रहे थे।
डिलीवरी एजेंट साजन कुमार और जिगर पटेल 24 जून शनिवार को एक कैब में गुरुग्राम जा रहे थे, तभी दो बाइक से आये चार लोगों ने उनका रास्ता रोक लिया और पिस्तौल के दम पर पैसों से भरा बैग छीनकर फरार हो गये थे। दिन दहाड़े हुई इस घटना से दिल्ली की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़े सवाल खड़े हुए। राजनीति भी शुरू हुई तो दिल्ली पुलिस पर मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने का दबाव आने लगा।
पुलिस ने घटना का खुलासा तो कर दिया लेकिन जिस तरह चलती सड़क पर, दिनदहाड़े इन लुटेरों ने घटना को अंजाम दिया, उससे सोशल मीडिया पर लोगों ने दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी का इस्तीफा मांगते हुए दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार के आधीन करने की मांग को दोहराया तो वहीं पंजाब की घटनाओं का जिक्र कर भाजपा ने दिल्ली सीएम पर पलटवार किया।
लोगों ने ऐसे उठाये सवाल
आदित्य तिवारी नाम के यूजर ने लूट की घटना का वीडियो शेयर कर कहा कि यह कोई फिल्मी सीन नहीं है, यह देश की राजधानी दिल्ली में दो बाइक सवार चार बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। सरेराह हुई पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। कांग्रेस नेता @dnetta ने लिखा कि “प्रधानमंत्री को विदेश से फ़ुरसत नहीं, गृह मंत्री को जोड़ तोड़ की राजनीति से आराम नहीं और दिल्ली पुलिस अन्य कामों में व्यस्त है। आम आदमी की सुरक्षा यहाँ भी भगवान भरोसे।”