अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की और से राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन पर घोटाले के आरोप लगे हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह व सपा नेता पवन पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय ने करोड़ों रुपए ‘चंपत’ कर दिए हैं। आरोप लगाया गया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए पहले एक भूमि 2 करोड़ रुपये में एक अन्य व्यक्ति द्वारा खरीदी गई। केवल 10 मिनट बाद वही भूमि राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा 16 करोड़ रुपये की अधिक राशि देकर 18.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई।
इसी मुद्दे पर न्यूज़ 18 इंडिया टीवी चैनल पर एक लाइव डिबेट हो रही थी। जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा से सवाल पूछा कि कभी रामचरितमानस पढ़ी है आपने? उनके इस सवाल का जवाब देते हुए संबित पात्रा ने सोनिया गांधी का नाम लेते हुए कहा कि वह सब तो सोनिया गांधी ने पढ़ लिया है। उनकी इस डिबेट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Example of lunch but no belch by BJP.
So says @NayakRagini.#अंधभक्त_आसमान_पर_थूक_रहे_हैं pic.twitter.com/lMcTGrYHyO
— RKMishra (@RkMishraEr) June 14, 2021
इस पर लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। इस डिबेट पर एक यूजर ने रिएक्शन करते हुए लिखा कि, “जो इंसान खुद बोल चुका है कि मैं फकीर हूं तो जाहिर सी बात है की वह भगवान के नाम पर पैसा खाएगा। क्योंकि फकीर तो भगवान के नाम पर ही पैसा मांग कर खाते हैं”। मंजू दीक्षित नाम की यूजर ने लिखा कि, “रागिनी नायक आपने बिल्कुल सही कहा यदि उन्होंने रामचरितमानस पड़ी होती तो आज भाजपा के साथ-साथ अंध भक्तों का मानसिक संतुलन सही होता”।
वहीं एक यूजर ने लिखा कि, “आये दिन राम नाम दुशाला पहने फ़ोटो डालते है, पर न ही इनके मुँह से एक चौपाई निकल सकती है ,न ही शिव चालीसा । ये सिर्फ नफरत के बोल बगैर सॉस लिए बोल सकते है”।
भाजपा प्रवक्ता की बातों का समर्थन करते हुए एक यूजर ने लिखा कि, ” पढ़ने और जय श्री राम बोलने से कोई कांग्रेस का पाप नहीं धूल जाएगा। इस बात को मानना होगा कि भगवान राम का विरोधी कांग्रेस ही करती रही है। खासकर सोनिया और राहुल राजीव जी और संजय जी की बात ही कुछ अलग थी”। एक यूजर वेदांत दीक्षित ने कांग्रेस प्रवक्ता पर हमला करते हुए लिखा कि, ” मैडम जी रामचरितमानस कभी कांग्रेस के नेताओं को भी पढ़ा देती। क्यों राम, रामायण और राम सेतु काल्पनिक हो गए थे? क्यों आपकी पार्टी के नेता के राम मंदिर के खिलाफ केस लड़ रहे थे? क्यों राम मंदिर निर्माण के पहले आप की पार्टी के नेता निर्माण रुकवाने के लिए पीआईएल दाखिल कर रहे थे”?