कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने ही कार्यकर्ताओं पर नाराज दिखाई दे रहे हैं। खड़गे इस कदर नाराज हुए कि मंच से ही कार्यकर्ताओं को फटकार लगा दी। बताया जा रहा है कि कार्यकर्ताओं के शोर शराबा होने मल्लिकार्जुन खड़गे नाराज हुए थे।
वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष कह रहे हैं कि “चुप बैठो, सुनना है तो सुनो नहीं तो बाहर जाओ। इस तरह से बात मत करो। आपको मालूम नहीं है? जो ये मीटिंग चल रही है, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का नेता बोल रहा है। और तुम बोलते जा रहे हो। अगर सुनना है तो सुनो नहीं तो अपनी जगह को जाओ।”
बताया जा रहा है कि यह वाक्या है तेलंगाना के कलवाकुर्थी का, जब एक जनसभा को संबोधित करते हुए वे भाजपा पर निशाना साध रहे थे कि तभी वे अपना आपा खो बैठे। पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले कहा था, ‘अगर मैं प्रधानमंत्री बनूंगा तो बाहर का काला धन लाकर एक एक को 15 लाख दूंगा। क्या आपको मिला? प्रधानमंत्री झूठे हैं या सच बोलते हैं?’
खड़गे ने कहा, ‘उन्होंने दो करोड़ लोगों को नौकरी देने के लिए कहा था, मिली क्या? नहीं दिया. ये प्रधानमंत्री का दूसरा झूठ’., किसानों को लेकर, खाद पर सब्सिडी आदि पर पीएम मोदी झूठ बोलते गए। केसीआर ने भी यही किया। KCR ऑफिस में नहीं, विधानसभा सभा में नहीं बैठते। वह अपने फार्म हाउस पर बैठते हैं और वहां से राज करते हैं। ऐसी सरकार को उखाड़ कर फेंकना है।’
बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने मल्लिकार्जुन का वीडियो शेयर कर लिखा कि यह असामान्य नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष होने के बावजूद खड़गे जी को उनकी सभी सार्वजनिक बैठकों में अपमानित किया जाता है। वह असहाय होकर अपने कार्यकर्ताओं पर चिल्लाता-चिल्लाता है, जो उसे अपेक्षित सम्मान नहीं देते हैं। क्या कांग्रेस श्री खड़गे का अपमान कर रही है क्योंकि वह दलित हैं?