बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 5 सितंबर यानी सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार ने पहली बार राहुल गांधी से भेंट की। नीतीश कुमार और राहुल गांधी की तस्वीरों को लेकर सोशल मीडिया पर लोग कई तरह की प्रतिक्रियाएं देने में लगे हुए हैं।
नीतीश कुमार ने दिया ऐसा बयान
सीएम नीतीश कुमार 3 दिनों के दिल्ली दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं यही चाहता हूं कि विपक्ष एक साथ आए और बीजेपी के खिलाफ खड़ा हो जाए। विपक्ष अगर एक साथ आ जाता है तो अच्छा होगा। नीतीश कुमार और राहुल गांधी की तस्वीर शेयर कर कई कांग्रेस नेताओं ने तारीफ की है।
कांग्रेस नेताओं ने शेयर की तस्वीर
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने नीतीश कुमार और राहुल गांधी की तस्वीर साझा कर लिखा कि बदलाव हो कर रहेगा। जब यह कहा जाए कि भाजपा सारे चुनाव जीतती है तो याद रखिएगा भाजपा को 2019 में सिर्फ़ 37% वोट मिले थे। यानि देश में अभी भी 63% लोग साम्प्रदायिक और समाज में ज़हर घोलने वाली राजनीति नहीं चाहते हैं। साथ चलेंगे अलख जगाएंगे, नफ़रत को हरायेंगे। भारतीय यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने इस तस्वीर को शेयर कर कमेंट किया – मिल रहे हैं कदम, जुड़ रहा है वतन।
लोगों के रिएक्शन
अनुभव त्रिपाठी नाम के ट्विटर यूजर ने इस फोटो पर चुटकी लेते हुए लिखा कि इससे पहले भी कई बार कदम मिल चुके हैं। राजीव चौहान नाम के एक यूजर ने इस तस्वीर पर कमेंट किया – नीतीश और राहुल गांधी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है क्योंकि यहां लोग केवल अपना फायदा देखते हैं। कवि नाम के एक यूजर ने सवाल किया कि कांग्रेस वाले राहुल को पीएम मैटेरियल बता रहे हैं और आरएलडी वाले नीतीश कुमार को, भाई तुम लोगों ने कुछ तय भी किया है?
रविंदर सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि अगर केसीआर भी आ जाते तो प्रधानमंत्री पद के तीन दावेदार एक साथ दिखाई पड़ते। कमलेश्वर त्रिपाठी नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया, ‘अब दोनों मिलकर आटे को लीटर में भेजेंगे।’ रघु वर्मा नाम के टि्वटर यूजर ने लिखा कि अगर इस तरह विपक्ष इकट्ठा हो गया तो नरेंद्र मोदी का हारना तय है। नेहा त्रिपाठी नाम की ट्विटर यूजर कमेंट करती हैं – अरे भाई 2 पीएम पद के उम्मीदवार एक साथ कैसे खड़े हैं? क्या कांग्रेस राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार नहीं बनाएगी?