यूपी सरकार में बुलडोजर से हो रही कार्रवाई को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। लगातार विपक्ष के नेता सरकार पर हमला बोल रहे हैं। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने चार तस्वीरें शेयर कर सरकार पर तंज कसने की कोशिश की तो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इन तस्वीरों को ही फर्ज बता दिया है। इस पर सलमान खुर्शीद ने सफाई दी है।

सलमान खुर्शीद ने चार तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा कि “ये यूक्रेन नहीं ये बुलडोजरलैंड के उन्नाव और फर्रुखाबाद की तस्वीरें हैं।” इस पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सलाहकार कंचन गुप्ता ने जवाब देते हुए लिखा कि “2016 की तस्वीरें जब अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के सीएम थे 2022 में इस्तेमाल किया जा रहा है। एजेंडा स्पष्ट है। उद्देश्य स्पष्ट है।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: जीशान हैदर ने लिखा कि ‘क्या गलत है अगर गलत तरीके से कब्जा किया गया है तो तोड़ना बहुत जरूरी है। पिछली सरकारों ने हिम्मत नहीं दिखाई, यह सरकार हिम्मत दिखा रही है।’ रवि मिश्रा ने लिखा कि ‘2016 का फोटो चेंपकर क्यों फजीहत करवा रहे हो?’ अशोक नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर ऐसा हो रहा है तो आप कोर्ट क्यों नहीं जाते?’

नवीन मित्तल ने लिखा कि ‘पूर्व विदेश मंत्री जी , शर्म बच गई है तो ट्वीट डिलीट भी कर दीजिए ! Fake news चला कर अब किसको भड़काने की कोशिश की जा रही है?’ शुभम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘क्यों फर्जी खबर ट्वीट कर रहे हो, 2016 में सपा सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए ये सब हुआ था।’ राहुल सिंह ने लिखा कि ‘सलमान साहब कांग्रेस के पिछड़ने की यही अहम वजह है, वो अब जमीन से दूर हो गए हैं। आप भी सोशल मीडिया के बहकावे में आ गए, किसी उन्नाव वाले से बात कर सच जान लेते, ये तस्वीरें 2016 की हैं।’

फारुक मंसूरी ने लिखा कि ‘आप खुद बड़े वकील है, क्या इनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस फाइल नहीं कर सकते हैं?’ मान सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये देखो, ये इतने बड़े नेता हैं और फर्जी फ़ोटो दिख रहे हैं। ये तस्वीर 2016 की है, जब अखिलेश सरकार थी। मतलब अब इनके पास झूठ के अलावा कुछ नहीं बचा है।’

बता दें कि सलमान खुर्शीद द्वारा जारी की तस्वीरों को फर्ज बताए जाने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा है कि चौथी तस्वीर मेरे सामने की है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार 2014, 2016 की बातें ना करें, वो ये बता दें कि क्या तोड़-फोड़ हुई है या नहीं!