नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। ईडी ने सोनिया गांधी से 8 जून को पूछताछ करने की बात कही है तो वहीं राहुल को बृहस्पतिवार को पेश होने के लिए कहा गया। इसको लेकर कांग्रेस नेता केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।

कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि शेरनी को छेड़ा है, अब अंजाम भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस नेता द्वारा किए गए ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रियाएं देते नजर आएं। कुछ लोगों ने उनकी बातों का समर्थन किया तो वहीं कुछ लोग ताना मारते हुए कहने लगे कि नरेंद्र मोदी सरकार में भ्रष्टाचार करने वालों की खैर नहीं है।

यूजर्स के रिएक्शन : भूषण लाल नाम के एक यूजर ने लिखा कि आगे देखना शेरनी का क्या हाल होता है। कुर्सी और बिस्तर तिहाड़ भेज कर रखो, वहां पर उन्हें नींद नहीं आएगी। आरती मिश्रा नाम की एक यूजर लिखती हैं – चलो मान लिया कि बस शेरनी ही हैं, पर शेरनी ने घोटाला किया है तो उसे भी पिंजरे में बंद होना पड़ेगा। सुनील बैरागी नाम के एक यूजर ने लिखा – ईडी की नोटिस आते ही बिलबिला उठे। चमचों हिसाब तो देना पड़ेगा तुम्हारी राजमाता को।

सुनील बंसल नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि इस सरकार ने केवल ईडी और सीबीआई लगाने का काम किया है। अगर आरोप सिद्ध नहीं हुए तो नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) देश से माफी मांगेंगे? पुनीत अग्रवाल नाम के एक यूजर ने पूछा – सुना है शेरनी को ED के डर से कोरोना हो गया है। राजेश सिंह नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया – नरेंद्र मोदी सरकार काम करने के बजाय विपक्षी दलों पर केवल ध्यान दे रही है, इन्होंने ईडी और सीबीआई को अपने कब्जे में कर रखा है।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना : कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 1942 में नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू किया गया था, उस समय अंग्रेजों ने इसे दबाने की कोशिश की थी। आज यही काम नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा है और इसके लिए सरकारी एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा। बता दें कि कांग्रेस नेताओं की ओर से इस मामले पर कहा जा रहा है कि नोटिस से हमारा हौसला टूटने वाला नहीं है।