27 फ़रवरी को कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर तंज कसते हुए कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी का बहुत सम्मान करता हूं। अभी कांग्रेस का अधिवेशन चल रहा था। वो सबसे सीनियर हैं। धूप थी, लेकिन धूप में छतरी का सौभाग्य खड़गे जी को नसीब नहीं हुआ। छाता किसी और के लिए लगा था। ये देख कर जनता समझ रही है कि रिमोट कंट्रोल किसके हाथ में है। इस पर कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने जवाब दिया है तो वहीं पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने तंज कसा है।
कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने तंज कसते हुए लिखा है कि “प्रधानमंत्री मोदी जी, आप इस एक महिला को लेकर इतने कुंठा से ग्रसित क्यों हैं? क्या जलन है आपको इस महिला से? अब तक चाह कर भी आप और आपका संघी कुनबा “पहाड़ की चट्टान सी खड़ी” इस साहसी महिला का कुछ नहीं बिगाड़ सका।” वहीं पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा कि “कौन किसकी ‘छतरी’ के नीचे छुपा है,ये भी क्या बताने की ज़रूरत रह गई है?”
सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
@poetvardhan यूजर ने लिखा कि क्योंकि मोदी जी जानते हैं कि जिस तरह अटल बिहारी बाजपेयी की सत्ता को सोनिया जी ने उखाड़ फेंका उसी तरह इनके साम्राज्य को भी उखाड़ सकती हैं। एक यूजर ने लिखा कि मोदीजी ने महिला को कुछ नहीं कहा, क्यों बात को घूमा रहे हो? खड़गे जी को छतरी क्यों नहीं मिला, इस पर बोल रहे थे। @SanjayS08904233 यूजर ने लिखा कि सारा देश प्रधानमंत्री को सुन रहा था, उन्होंने किसी महिला का नाम नहीं लिया, आप किस महिला के बारे में कह रहीं है?
एक अन्य यूजर ने लिखा कि प्रधानमंत्री जी आपकी राजनीति एक छाते पर आकर टिक गई, क्या आप सिर्फ ऐसी चीजें ही देखते हैं कि किसने क्या पहना, किसने क्या खाया, कौन क्या कर रहा है? @YusufJamaINC यूजर ने लिखा कि एक दलित का बेटा कांग्रेस का अध्यक्ष कैसे बना, इस बात से ही आपके पेट में दर्द है। अमित भंडारी नाम के यूजर ने लिखा है कि काश ये भी बताते नड्डा जी का रिमोट किसके हाथ में है!
बता दें कि कांग्रेस का 85वां अधिवेशन छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित किया गया था। 24,25,26 फ़रवरी को कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता इस महाधिवेशन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे, इस दौरान जब सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे तिरंगे को नमन कर रहे थे, तो कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी के पास एक व्यक्ति छतरी लेकर खड़ा था जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे के पास छतरी नहीं थी, इस पर पीएम मोदी ने तंज कसा था।