कांग्रेस की पांच राज्यों में हुई हार पर पिछले दिनों CWC की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में सोनिया गांधी ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थीं लेकिन सभी सदस्यों ने इस सिरे से खारिज कर दिया। इसके बाद फैसला हुआ कि संसद सत्र के खत्म होने के बाद कांग्रेस ‘चितन शिविर’ का आयोजन करेगी और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की जाएगी।
हार पर अलका लांबा ने दी ये सफाई: चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए न्यूज18 इंडिया चैनल के एक कार्यक्रम में भाजपा के संबित पात्रा और कांग्रेस की तरफ से अलका लांबा शामिल हुई थी। कांग्रेस की हुई हार पर अलका लांबा ने कहा कि “भारत रत्न प्रधानमंत्री अटल जी चुनाव हारे थे तो उन्होंने बाद में वापसी की, इंदिरा गांधी भी चुनाव हारीं थी, वापस की थी। राहुल गांधी भी हारें हैं तो वापसी जरूर करेंगे।”
संबित पात्रा ने पकड़ ली गलती!: अलका लांबा ने कहा कि “कांग्रेस की हार पर हमारी पार्टी में चिंतन हुआ है, जिसकी बौखलाहट भाजपा में देखने मिल रही है। हमने CWC की बैठक है। ‘चिंतन शिवर’ को पेंडिंग इसलिए रखा है क्योंकि संसद का सत्र चल रहा है। संबित पात्रा ने यहां अलका लांबा की एक गलती पकड़ ली और तंज कसने लगे। संबित पात्रा ने कहा कि “अचानक दीदी के मुंह से सच्चाई निकल गई।”
ऐसे कसा तंज : संबित पात्रा ने कहा कि “अलका जी ने कहा कि हमारा चिंतन सीवर होगा। वैसे चिंतन शिविर होता है और ये सीवर कह रही हैं, 2014 से ही कांग्रेस का सारा चिंतन सीवर में गया हुआ है। कहां से चिंतन शिविर होगा? 2014 से ही बोले रहे हैं कि चितन शिविर होगा? कहां होगा ,कहीं टेंट दिखा नहीं, कहीं कोई बंबू दिखा? कुल मिलाकर तीन लोग हैं इनके पास। सोनिया जी, राहुल जी और प्रियंका जी। चिंतन शिविर के लिए भी कम से कम चार लोग चाहिए होते हैं। दो इधर और दो उधर के लिए, तब चर्चा होती है।”
अलका लांबा ने संबित पात्रा को जवाब देते हुए कहा कि “भाजपा की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है क्योंकि इनको चिंतन शिविर भी सीवर सुनाई दे रहा है। कमल कीचड़ में ही खिलता है तो इन्हें सीवर ही सुनाई देगा। इनके कान, दिमाग में गंदगी भरी हुई है।” गौरलतब है कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा है। वहीं अब पार्टी के नेताओं के बीच आपस में ही आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है।
