उत्तर प्रदेश के नॉएडा में एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेवर को अपराध का गढ़ माना जाता था। मुझे याद है, सरकार के पहले साल की जुलाई महीने की वह विभत्स घटना, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया था। सीएम ने कहा कि मैंने तभी तय कर लिया था कि इन माफियाओं और गुंडों को सबक सिखाना होगा। इन्हें जड़ से उखाड़ कर फेंकना होगा। इसके बाद हमने गुंडों और माफियाओं पर कड़ा प्रहार करना शुरू किया।
क्या बोले सीएम योगी आदित्यनाथ?
सभा को संबोधित करते हुए यूपी सीएम ने कहा कि परिणाम आपने देखा है, ना केवल जेवर और गौतमबुद्ध नगर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश से माफियाओं का सफाया कर दिया गया है।” उन्होंने कहा कि आज उसी जेवर से विकास का रास्ता होकर निकला है। जेवर में ना केवल भारत का बल्कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बन रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो माफिया कभी प्रदेश की व्यवस्था के सरपरस्त हुआ करते थे, व्यवस्था का संचालन करते थे, आज वो जेलों में गिड़गिड़ा रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@kuldipyadav17 यूजर ने लिखा कि सीएम साहब माफिया तो सुधर गए हैं। पुलिस विभाग को सुधार करने की जरूरत है। इनकी वजह से गुंडे लोग ज्यादा हो गए हैं। @ChandKavinder यूजर ने लिखा कि अपराध जितना बर्बर हो, अपराध की सजा उससे भी दस गुना भयंकर होनी चाहिए। तभी अपराधी के भीतर कानून का भय बना रहेगा। @ChhaviY86320082 यूजर ने लिखा कि खुद से शुरुआत किए होते तो समाज में अच्छा संदेश पहुंचता, लेकिन यहां तो अपराधी, गुंडे, हत्यारे, बलात्कारी सरकार चला रहे हैं और खुद के मुकदमे वापस ले लेते हैं।
@ontiwariji यूजर ने लिखा कि अच्छा मजाक कर लेते हैं, यूपी के मुख्यमंत्री, माफिया की कोई जाति नहीं होती है लेकिन कुछ माफिया एमएलसी, विधायक, सासंद, मंत्री बने हुए हैं और जिसका संबंध भाजपा से नहीं है। वह माफिया हैं। @ChauRajnish यूजर ने लिखा कि देश की सम्पत्ति लूटने वाले सोनिया, राहुल, वाड्रा, प्रफुल पटेल, मायावती को जेल भेजो और इनकी अवैध संपत्ति जब्त करो, तभी देशवासियों को ख़ुशी प्राप्त होगी, ये कब करेंगे?
बता दें कि सीएम योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद अपराधियों पर जोरदार कार्रवाई हो रही है। सीएम योगी अपराधियों, माफियाओं के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति अपनाने की बात कई बार कह चुके हैं। हालांकि इसके बावजूद कई ऐसे अपराध हुए हैं जिससे राज्य की कानून वयवस्था पर सवाल खड़े किये हैं और विपक्ष इन्हीं मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करता है।