बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें किसान समागम कार्यक्रम में “उन्नत खेती” पर बोल रहे एक किसान को सीएम नीतीश कुमार फटकार लगाते दिखाई दे रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार इसलिए किसान पर भड़क गए थे, क्योंकि किसान अंग्रेजी में भाषण दे रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद सीएम नीतीश कुमार निशाने पर आ गए हैं। इसके साथ ही एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें किसान खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाते दिखाई दे रहे हैं।
क्या बोले नीतीश कुमार?
कार्यक्रम के मंच पर किसान अपने अनुभव साझा कर रहे थे, एक किसान अंग्रेजी में बोलने लगा, जो सीएम को पसंद नहीं आया। मंच से बोल रहे किेसान को बीच में टोकते हुए उन्हें हिंदी बोलने की नसीहत दे डाली। सीएम ने कहा कि ये क्या है, ये बिहार है इंग्लैंड नहीं, आप सब लोग अंग्रेजी शब्द का प्रयोग कर रहे हैं। ये हो क्या गया है आप लोगों को? अपने राष्ट्र के और अपने देश के हिंदी शब्द को भूल गए? उन्होंने कहा कि आप खेती करते हैं और खेती तो आम आदमी करता है, आपको यहां बुलाया गया है सुझाव के लिए तो आप आधा शब्द अंग्रेजी बोल रहे हैं।
वायरल वीडियो पर क्या बोले लोग?
सीएम के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं। पुष्पम प्रिय चौधरी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि स्वयं तो मुख्यमंत्री होकर भी चार पंक्ति शुद्ध हिन्दी नहीं बोल सकते, दिन भर अनपढ़ की तरह ‘ई, ऊ, आ, करबै, देखबै’ बोलते हैं। एक युवा किसान ने अंग्रेज़ी के चार शब्द बोल दिए तो कुढ़ गए। नीतीश कुमार हमेशा से युवा विरोधी रहे हैं। भले विकास की ABCD न पता हो पर ज्ञान देने की हनक देखिए! उन्होंने लिखा कि स्वयं ‘नीतीश’ को ‘नीतीस’ उच्चारण करने वाले आज हिन्दी भाषा पर व्याख्यान दे रहे हैं। अपने राजनीतिक गुरू अटल जी को कभी औपचारिक मंच पर ‘ई ऊ’ करते सुना था आपने?
@jarurigyaan यूजर ने लिखा कि मतलब अगर कोई खेती किसानी करता है तो वो इंग्लिश में बोल और सोच नहीं सकता? क्या नीतीश कुमार ऐसी ही डांट Patna High Court के जज और अपने bureaucrats को लगाएंगे? @NishantOM3 यूजर ने लिखा कि नीतीश कुमार को खुश होना चाहिए कि उनके किसान अब अंग्रेजी भी बोल रहे हैं लेकिन तरक्की शायद किसी को हजम नहीं हो पाती। एक यूजर ने लिखा कि किसान हमेशा गरीब, अनपढ़, पान चबानेवाला…होना चाहिए जो राजनेता चाहते हैं ताकि वे जीवन भर उसका शोषण कर सकें।
@UtkarshSingh_ यूजर ने लिखा को नीतीश कुमार खुद दिनभर में न जाने कितने अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल करते होंगे लेकिन उन्हें किसानों के अंग्रेजी बोलने से दिक्कत है। नीतीश कुमार की सोच न सिर्फ किसान विरोधी है, बल्कि विकास विरोधी भी है. बिहार में किसानों का हाल किसी ने नहीं छिपा। बिहार ऐसे ही गर्त में नहीं पहुँचा।