गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे से मातम पसर गया है। करीब 140 लोगों की मौत हो चुकी है और 177 लोगों को रेस्क्यू कर बचाया गया है। अभी भी नदी में सर्च ऑपरेशन जारी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर पुल के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। बीजेपी नेता ने एक वीडियो शेयर कर कहा कि पुल पर लोग उछल-कूद कर रहे थे, नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। घटना की जांच होनी चाहिए।

बीजेपी नेता ने शेयर किया वीडियो

बीजेपी नेता प्रीति गांधी ने वीडियो शेयर कर लिखा है कि यह भयावह है! ब्रिज के ढहने से पहले कुछ युवकों को ब्रिज के केबलों को लात मारते हुए देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी इसकी पुष्टि की है। इसके साथ ही उन्होंने इस घटना की जांच की मांग की है। हालांकि इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया और शेयर किये गये वीडियो को पुराना बताकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है।

लोगों ने वीडियो को बताया पुराना

महाराष्ट्र कांग्रेस सेवादल की तरफ से ट्विट कर लिखा गया कि लोगों पर आरोप लगाने और भाजपा सरकार के कुप्रबंधन का बचाव करने के लिए यह 10 महीने पुराना वीडियो शेयर किया है। कोई पुल लात मारने से नहीं टूटता। असली वजह है, मोरबी ब्रिज बिना किसी फिटनेस सर्टिफिकेट के खुला। इसे किसी राजनीतिक कार्यक्रम के लिए उद्घाटन के लिए खोला गया था। बिर्जेंद्र दुबे नाम के यूजर ने लिखा कि आपदा में अवसर तलाश कर रही है, शर्मनाक!

विपिन राठौर नाम के यूजर ने लिखा कि 25 साल शासन करके यदि ऐसा पुल बनाया है जो लात मारने से गिर जाए तो ऐसे शासन व शासक के स्थान विशेष पर लात मारकर भगा देना चाहिए। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने लिखा कि बीजेपी इसी तरह काम करती है, अपने भ्रष्ट नेताओं को बचाने के लिए इसी तरह निर्दोष लोगों पर दोषारोपण करते हैं। बीजेपी पुराना वीडियो शेयर कर रही है, जिनके परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई, उन्हें शर्मसार और उनका अपमान कर रही है। सादाफ जफर नाम के यूजर ने लिखा कि लाशों पर राजनीति तो भाजपा करती ही आई हैं आज तक। अब पीड़ितों पर ही गुजरात सरकार के निकम्मेपन, भ्रष्टाचार और लालच का ठीकरा भी फोड़ रही हैं।

बता दें कि प्रीति गांधी ने जवाब में एक और वीडियो शेयर किया है जिसमें एक प्रत्यक्षदर्शी गुजराती भाषा में बता रहा है कि कुछ युवाओं ने ब्रिज के केबल को छेड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि क्या व्यापक जांच की मांग करना गलत है? गौरतलब है कि मोरबी में हुए इस बड़े हादसे में 140 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।