Gujrat Accident: गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर रविवार (30 अक्टूबर, 2022) को एक केबल ब्रिज टूट गया। इस हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत होने की खबर है। वहीं अबतक 175 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। गुजरात सरकार के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने सोमवार सुबह तक मृतकों की संख्या 132 बताई है। उन्होंने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन भी किया गया है। गुजरात पुलिस ने अब तक 130 शवों के मिलने की जानकारी दी है।
इसके पहले पंचायत मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा था कि मोरबी में केबल ब्रिज हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं राजकोट से भाजपा सांसद मोहन कुंडरिया ने कहा कि हम घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। बचाव कार्य जारी है। अभी तक बरामद शवों में बच्चे, महिला और वृद्ध ज्यादा हैं।
गुजरात मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि भारतीय नौसेना के 50 कर्मियों के साथ NDRF के 3 दस्तें, भारतीय वायुसेना के 30 जवानों के साथ बचाव और राहत अभियान के लिए सेना के 2 कॉलम और फायर ब्रिगेड की 7 टीमें राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से उन्नत उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हुई हैं। वहीं SDRF की 3 और राज्य रिजर्व पुलिस के 2 दस्तें भी बचाव और राहत कार्यों के लिए मोरबी पहुंच रही हैं। इलाज के लिए राजकोट सिविल अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है।
वायुसेना का विमान और गरुड़ कमांडो मोरबी के लिए रवाना
रक्षा अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ टीम के साथ वायुसेना का विमान राहत कार्यों के लिए रवाना हो गया है। एक घंटे में दूसरा विमान भेजा जाएगा। जामनगर और आसपास के अन्य स्थानों में बचाव कार्यों के लिए हेलीकाप्टरों को तैयार रखा गया है। भुज और अन्य स्थानों गरुड़ कमांडो को मोरबी के लिए भेजा गया है।
हादसे के दौरान घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद अमित पटेल और सुकराम ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो एक-दूसरे पर गिर पड़े। दिवाली की छुट्टियों और वीकेंड को देखते हुए यहां काफी संख्या में लोग आए थे। यह पर्यटक के अनुकूल जगह है। हादसा संभवत: पुल पर भारी भीड़ के कारण हुआ।
गुजरात सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
हादसे के संबंध में पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम से बात की है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। हादसे को लेकर गुजरात सरकार ने SIT जांच के आदेश दिए हैं। वहीं मोरबी जिला प्रशासन ने हेल्पलाइ नंबर- 02822 243300 जारी किया है।
राज्य सरकार ने मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए देने की घोषणा की
गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार लाख और घायलों के परिवार को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। वहीं पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से हादसे में जान गंवाने वालों के परिवार को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के गृह मंत्री मोरबी के लिए रवाना हो चुके हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के मोरबी में हुए हादसे पर दुख जताया है। राष्ट्रपति ने कहा कि इस हादसे ने मुझे चिंतित कर दिया है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे के संबंध में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने बचाव कार्यों के लिए टीमों को तत्काल जुटाने के लिए कहा है। पीएमओ के बयान में कहा गया है, “प्रधानमंत्री ने स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने के लिए कहा है।”
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने की घटना से मैं बहुत दुखी हूं। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव अभियान जारी है। प्रशासन को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। मैं इस संबंध में जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं। पटेल ने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र भाई मोदी ने मुझसे मोरबी के हादसे के बारे में बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने पूरे हालात पर लगातार नजर रखने और बचाव अभियान के संबंध में आवश्यक निर्देश और मार्गदर्शन दिया है।
हादसे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी दुख व्यक्त किया है। राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे की खबर बेहद दुःखद है। ऐसे मुश्किल समय में मैं सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की हर संभव सहायता करें और लापता लोगों की तलाश में मदद करें। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोरबी केबल पुल के ढहने पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं से घायलों की मदद करने के लिए हर संभव सहायता करने की अपील की है।
हादसे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी बयान आया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, गुजरात के मोरबी से आ रही दुखद खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘गुजरात में हादसे की बेहद दुःखद खबर मिली। मोरबी में ब्रिज टूट जाने से कई लोगों के नदी में गिर जाने की खबर है। भगवान से उनकी जिंदगी और स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।
केबल ब्रिज काफी पुराना बताया जा रहा है। इसे महज पांच दिन पहले ही रिनोवेशन के बाद चालू किया गया था। पिछले सात महीने से इस पुल की मरम्मत चल रही थी। रिनोवेशन का काम एक ट्रस्ट ने किया था। लंबे वक्त बाद पुल खुलने के कारण रविवार को बड़ी तादाद में लोग अपने परिजनों के साथ पुल पर तस्वीरें के लिए पहुंचे थे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इससे पहले 14 अक्टूबर को दक्षिण गोवा में दूधसागर जलप्रपात से 40 से अधिक पर्यटकों को बचाया गया था, क्योंकि शुक्रवार को भारी बारिश के कारण एक केबल पुल टूट गया था। यह घटना 14 अक्टूबर की शाम को गोवा-कर्नाटक सीमा पर भारी बारिश के कारण हुई, जिसके परिणामस्वरूप जलप्रपात में जल स्तर बढ़ गया।